Nawada News: बिस्कुट चोरी के आरोप में बच्चे को उल्टा लटका पीटा, वीडियो वायरल होने पर पहुंची पुलिस
बिहार के नवादा से मानवता को शर्मसार करने वाली घटना प्रकाश में आई है। वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के सौर चंडीपुर गांव में एक बालक को रस्सी के सहारे उल्टा टांग कर पिटाई की गई। बिस्कुट चोरी के आरोप में गांव के ही दुकानदार ने उसके साथ यह कुकृत्य किया।
संवाद सूत्र, वारिसलीगंज (नवादा)। बिहार के नवादा जिले से मानवता को शर्मसार करने वाली घटना प्रकाश में आई है। वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के सौर चंडीपुर गांव में एक बालक को रस्सी के सहारे उल्टा टांग कर पिटाई की गई। बिस्कुट चोरी के आरोप में गांव के ही दुकानदार ने उसके साथ यह कुकृत्य किया। दुकानदार ने कानून को हाथ में लेते हुए मानवीय संवेदना को झकझोर कर रख दिया। हद तो यह कि आसपास के ग्रामीण मूकदर्शक बनकर यह सब देखते रहे। इससे संबंधित एक वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में साफ देखने-सुनने को मिल रहा है कि बालक का हाथ-पैर रस्सी से बांध दिया गया है। फिर उसे छप्पर में उल्टा लटका दिया गया है। दुकानदार उसके साथ गाली-गलौज भी कर रहा है। लेकिन, तमाशबीन बने लोग उसकी मदद को आगे नहीं आ रहे।
दृश्य में महिलाएं व बच्चे भी दिख रहे हैं। लेकिन उनकी संवेदना भी नहीं जाग रही है। हालांकि एक महिला बच्चे को उतारने की बात कह रही है, लेकिन दुकानदार उसे छोड़ने के लिए तैयार नहीं दिख रहा है। बताया जाता है कि दुकान से बिस्कुट की चोरी हो गई थी। जिसके बाद दुकानदार ने उसे पकड़ लिया और उल्टा टांग कर उसकी पिटाई कर दी। वहीं पर रहे कुछ लोगों ने इस घटना को अपने मोबाइल में कैद कर लिया और इंटरनेट मीडिया पर वायरल कर दिया। इधर, बालक की मां ने कहा कि दुकानदार 40 हजार रुपये की मांग कर रहा है। अब इतना पैसा कहां से लाकर दें, हमलोग गरीब परिवार हैं।
इधर वीडियो वायरल होने की सूचना मिलते ही पुलिस हरकत में आ गई। एसपी डीएस सावलाराम ने घटना पर संज्ञान लेते हुए वारिसलीगंज थानाध्यक्ष को पूरे मामले की जांच कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया। थानाध्यक्ष पवन कुमार ने बताया कि वीडियो की जांच की जा रही है। बालक की पिटाई करने वाले की पहचान करते हुए कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। क्षेत्र के बुद्धिजीवियों ने घटना की कड़ी निंदा की है। लोगों का कहना है कि अगर बच्चे ने चोरी की थी तो उसकी सूचना परिवार वालों को या पुलिस काे देनी चाहिए थी। यह कृत्य सभ्य समाज के लिए उचित नहीं है।