डीएम ने छात्रों से कहा-डायरी रखिए और उसमें महत्वपूर्ण शब्दों, बातों को लिखें, करियर में आएंगे काम
नवादा के जिलाधिकारी यशपाल मीणा ने शनिवार को रजौली प्रखंड मुख्यालय में पुस्तकालय का शुभारंभ किया। इस दौरान उपस्थित छात्र-छात्राओं को जरूरी टिप्स दिए। कहा कि पूरे जिले में किताबों के डोनेशन के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है।
संवाद सूत्र,रजौली (नवादा)। अंग्रेजी से घबराएं नहीं। आपस में छोटी-छोटी बातों में भी अंग्रेजी का इस्तेमाल करें। यहां तक एक-दूसरे काे अभिवादन भी करें तो अंग्रेजी में ही। अंग्रेजी के समाचारपत्र, कहानियां पढ़ें। एक बात और, अपने साथ एक डायरी रख्ों। उसमें महत्वपूर्ण शब्दों, तिथियों और अन्य बातों को लिख लें। ये करियर में आपके काम आएंगे। ये बातें नवादा के डीएम यशपाल मीणा ने शनिवार को कही। वे एक शिक्षक की तरह छात्रों से मुखातिब थे। दरअसर वे प्रखंड परिसर स्थित सामुदायिक पुस्तकालय केंद्र का उद्घाटन करने आए थे। उनके साथ एसडीओ चंद्रशेखर आजाद, बीडीओ प्रेम सागर मिश्र एवं टकुआटांड पंचायत की मुखिया उषा देवी मौजूद थीं।
बच्चों से कटवाया रिबन, खुद खड़े रहे उनके पीछे
डीएम को रिबन काटना था लेकिन उन्होंने स्वागत के लिए उपस्थित स्कूली बच्चों से सामुदायिक पुस्तकालय भवन के मुख्य गेट पर रिबन कटवाया। वे बच्चों के पीछे खड़े रहे। इससे छात्र-छात्राओं में उत्साह भर गया। इसके बाद वे अंदर गए। वहां दीप प्रज्वलित कर पुस्तकालय केंद्र का शुभारंभ किया। उन्होंने घूमकर पुस्तकालय का मुआयना की। बच्चों से इस दौरान बात करते रहे। कई बच्चों से पूछा कि वे किस क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं। इस क्रम में आवश्यक सुझाव दिए। डीएम ने कहा कि इस पुस्तकालय के बारे में प्रचार-प्रसार करना है ताकि अधिक से अधिक बच्चे इसका लाभ ले सकें। उन्होंने बच्चों को कहा कि आप लोग यहां आकर अच्छी पुस्तकें पढ़ें और ज्ञान हासिल करें। हालांकि यहां से पुस्तकें घर नहीं ले जा सकते हैं। उन्होंने इस दौरान बच्चों को अंग्रेजी के संबंध में महत्वपूर्ण सुझाव दिए।
उन्होंने बच्चों को पुस्तकालय केंद्र में सारी किताबें होने की बात कही। कहा कि यदि प्रतियोगिता के लिए किसी किताब की जरूरत हो तो बीडीओ को आवेदन दें, वे किताबें भी उपलब्ध कराई जाएंगी। उन्होंने बीडीओ को निर्देश दिया कि यहां की किताबों का डाटाबेस तैयार करें। इससे बच्चों को पता चल सकेगा कि किस महीने में कौन से किताबें खास हैं।
जिन्हें नौकरी हो गई वे अपनी किताबें पुस्तकालय में दें दान
जिलाधिकारी ने बताया कि पूरे जिले में किताबों को लेकर डोनेशन कैंपेन चलाया रहा जा रहा है। जिनकी नौकरी हो चुकी हैं, या जो पढ़ाई छोड़ चुके हैं वे लोग अपनी किताबें पुस्तकालयों में दान देकर बच्चों का भविष्य संवार सकते हैं। डीएम ने पुस्तकालय में सीसीटीवी कैमरा लगाने का निर्देश दिया। पुस्तकालय भवन की देखरेख करने के लिए पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि नवशीष कुमार से कहा कि वे विशेष नजर यहां पर आवारागर्दी करने वाले लोगों पर रखेंगे। पुस्तकालय भवन में बच्चों को शिक्षा देने के लिए रिटायर शिक्षक सत्येंद्र कुमार पांडे को कहा गया है। वे वहां पर बच्चों के भविष्य संवारने में मदद करेंगे। पुस्तकालय केंद्र शुरुआत के मौके पर प्रखंड कल्याण पदाधिकारी अभिषेक आनंद, प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी शशिकांत वर्मा, प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी अमित कुमार के अलावे प्रतिनिधियों में प्रखंड प्रमुख सरोज देवी, मु़खिया सुनीता यादव, सुरेश साव, प्रमोद शर्मा के अलावे मुखिया प्रतिनिधि अवधेश यादव मौजूद थे।