राष्ट्रीय कवि संगम नवादा इकाई का हुआ पुनर्गठन, वीणा मिश्रा बनीं अध्यक्ष

नवादा राष्ट्रीय कवि संगम नवादा जिला इकाई का पुनर्गठन प्रांत अध्यक्ष ने वर्चुअल बैठक कर किया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 18 Jul 2021 05:03 PM (IST) Updated:Sun, 18 Jul 2021 05:03 PM (IST)
राष्ट्रीय कवि संगम नवादा इकाई का हुआ पुनर्गठन, वीणा मिश्रा बनीं अध्यक्ष
राष्ट्रीय कवि संगम नवादा इकाई का हुआ पुनर्गठन, वीणा मिश्रा बनीं अध्यक्ष

नवादा : राष्ट्रीय कवि संगम नवादा जिला इकाई का पुनर्गठन प्रांत अध्यक्ष ने वर्चुअल बैठक कर किया। शनिवार को देर शाम हुए गुगल मीट की अध्यक्षता राष्ट्रीय कवि संगम के बिहार प्रांत अध्यक्ष प्रभाकर कुमार राय ने की। बैठक में प्रांतीय अध्यक्ष ने नवादा जिला इकाई के पुनर्गठन की घोषणा की। जिसमें जिलाध्यक्ष का दायित्व शिक्षाविद्, समाजसेवी एवं साहित्यकार वीणा कुमारी मिश्रा को दिया गया। वहीं फिर से जिला महासचिव डॉ. गोपाल प्रसाद ''निर्दोष'' बनाए गए। युवा शताब्दी साहित्यकार सम्मान से सम्मानित सावन कुमार को उपाध्यक्ष, समाजसेवी एवं साहित्यकार नितेश कपूर को सचिव, चित्रकार एवं साहित्यकार अरुण वर्मा को कोषाध्यक्ष, पत्रकार एवं साहित्यकार राजेश मंझवेकर को जिला मीडिया प्रभारी एवं पत्रकार-साहित्यकार सतीश कुमार को उप मीडिया प्रभारी मनोनीत किया गया। इसके अलावा सेवानिवृत पीएनबी के प्रबंधक डॉ. सुबोध कुमार, समाजसेवी उत्पल भारद्वाज को संरक्षक घोषित किया गया। कवि दयानंद प्रसाद गुप्ता, साहित्यकार गौतम कुमार सरगम, उदीयमान कवि एवं कथाकार सागर वर्मा, पत्रकार मनमोहन कृष्ण, शिक्षाविद् सुबोध कुमार एवं साहित्यकार डॉ. भागवत प्रसाद को कार्यकारिणी सदस्य बनाया गया। प्रांतीय अध्यक्ष प्रभाकर कुमार राय, प्रांत महामंत्री संजीव मुकेश एवं मगध प्रमंडल प्रभारी कुमार आर्यन ने सभी मनोनीत पदाधिकारियों को बधाई दी । कार्यकारिणी के गठन के बाद दूसरे सत्र में काव्यगोष्ठी का आयोजन किया गया। डॉ. गोपाल ''निर्दोष'' ने संचालन किया। शुभारंभ अध्यक्ष वीणा मिश्रा के सरस्वती वंदना एवं उनकी एक कविता ''जागो हिन्दुस्तान समय अब आया है'' से हुआ। कवि दयानंद गुप्ता ने ''माँ भारती की जय हो'' नामक राष्ट्रवंदना प्रस्तुत किया। उपाध्यक्ष सावन कुमार ने ''मैं पीड़ा हूँ'' नामक अपनी गंभीर कविता के माध्यम से ये संदेश देने का कार्य किया है कि पीड़ा ही वह स्थायी भाव है जो बड़ी ईमानदारी से हमारी चिर संगिनी के रूप में साथ निभाती है। सचिव नितेश कपूर ने ''कुछ काम करो'' के माध्यम से आम अवाम को बड़ा प्रेरक संदेश दिया। वहीं ''रुकने से बेहतर है चलना चाहिए'' का संदेश देकर मगध प्रमंडल प्रभारी कुमार आर्यन ने बड़ी प्रभावकारी प्रस्तुति दी। कवि गोष्ठी के अंत में डॉ. गोपाल ''निर्दोष'' ने अपने सूखे खेतों को सजल नेत्रों से निहारते भारतीय किसानों की ओर से मेघराज का आह्वान करते हुए ''बरस-बरस बदरा, आज जरा तू जम के बरस'' शीर्षक अपनी काव्य रचना का सस्वर पाठ किया।

chat bot
आपका साथी