33 वर्ष का जमा कचरा को नगर निगम छह माह में कर देगा निष्पादन
गया नगर निगम शहर से निकलने वाला कचरा का निष्पादन को लेकर काफी गंभीर है। क्योंकि नैली डंपिग ग्राउंड में कचरे का पहाड़ बनते जा रहा है। जिससे वातावरण पर काफी असर पड़ रहा है।
गया : नगर निगम शहर से निकलने वाला कचरा का निष्पादन को लेकर काफी गंभीर है। क्योंकि नैली डंपिग ग्राउंड में कचरे का पहाड़ बनते जा रहा है। जिससे वातावरण पर काफी असर पड़ रहा है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत कचरे का निष्पादन करने कार्य डंपिग ग्राउंड में पांच अप्रैल से चल रहा है। कचरे से निकलने वाले प्लास्टिक से रस्सी बनाने की भी कार्ययोजना बनी है। जिसे बाजार में बेचा जाएगा। कचरे का निष्पादन को लेकर नगर निगम द्वारा निविदा निकाली गई थी। जिसमें भोपाल के एक संस्था को निविदा मिला था। कचरे का निष्पादन कार्य 30.90 करोड़ रुपये की राशि किया जा रहा है। एक महीने में आधा से अधिक कचरे का निष्पादन कर दिया गया है। निष्पादन के लिए कई जेसीबी एवं पोकलेन मशीन लगाया गया है।
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कचरे से निकल रहा है मिट्टी नगर निगम नैली स्थित डंपिग ग्राउंड में 1987 से कचरा को जमा किया जा रहा है। 33 वर्षो से कचरे का पहाड़ लगा है। काफी समय हो जाने से कचरा मिट्टी में बदल गया है। मिट्टी से गढ्ढा का भरा जा रहा है। जबकि कचरे से निकलने वाले प्लास्टिक, शीशा, बोतल, लोहा आदि सामग्री को अलग रखा जा रहा है। प्लास्टिक से रस्सी बनाने के साथ शीशा, बोतल को रिसायकल किया जाएगा।
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कचरे का निष्पादन के लिए लगेगा प्लांट डंपिग ग्राउंड में कचरे का निष्पादन को लेकर प्लांट लगेगा। जिसके लिए जमीन को समतल किया जा रहा है। प्लांट में सूखा कचरा को रीसायक किया जाएगा। साथ ही गीला कचरा से जैविक खाद तैयार किया जाएगा। एक दिन तीन सौ टन कचरा का निष्पादन होगा। जबकि शहर से प्रत्येक दिन 289 टन कचरा निकलता है। प्लांट लगने के बाद शहर निकलने वाले कचरा का निष्पादन प्रत्येक दिन हो जाएगा। जिससे डंपिग ग्राउंड में कचरे का ढेर नहीं होगा।
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कचरे का निष्पादन का कार्य छह महीने पर होने लगेगा। अभी डंपिग ग्राउंड में कचरे से बने मिट्टी से जमीन को समतल किया जा रहा है। जमीन समतल होने के प्लांट लगेगा। जिससे गीला एवं सूखा कचरे का निष्पादन किया जाएगा।
सावन कुमार, नगर आयुक्त