नसबंदी कराने में अब भी हिचकते पुरुष, महिलाओं में आई समझदारी, जनसंख्या नियंत्रण में दे रहीं अधिक भागीदारी

एक वर्ष के दौरान जनसंख्या नियंत्रण करने को लेकर सरकार की ओर से बंध्याकरण व नसबंदी करने को लेकर अभियान चलाया जा रहा है। मर्द नसबंदी कराने से अब भी हिचकते हैं जबकि महिलाओं में अधिक समझदारी आई है।

By Prashant KumarEdited By: Publish:Wed, 14 Jul 2021 11:11 AM (IST) Updated:Wed, 14 Jul 2021 11:11 AM (IST)
नसबंदी कराने में अब भी हिचकते पुरुष, महिलाओं में आई समझदारी, जनसंख्या नियंत्रण में दे रहीं अधिक भागीदारी
जनसंख्‍या नियंत्रण में भागीदारी नहीं दे रहे पुरुष। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर।

संवाद सहयोगी, डेहरी ऑनसोन (सासाराम)। डेहरी अनुमंडलीय अस्पताल में पुरुष नसबंदी की उपलब्धि नगण्य है। एक वर्ष के दौरान जनसंख्या नियंत्रण करने को लेकर सरकार की ओर से बंध्याकरण व नसबंदी करने को लेकर अभियान चलाया जा रहा है। मर्द नसबंदी कराने से अब भी हिचकते हैं, जबकि महिलाओं में अधिक समझदारी आई है।

यह विशेष अभियान लेकिन पुरुष महिलाओं को आगे कर खुद दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। यही कारण है कि दो वर्षों के दौरान अब तक 14 पुरुषों ने नसबंदी कराई। वहीं 95 महिलाओं ने बंध्‍याकरण कराया है। 2021 में अब तक 8 पुरूषों व 288 महिलाओं ने जनसंख्‍या नियंत्रण में भागीदारी दिखाई है। कोरोना संक्रमण के चलते ऑपरेशन भी प्रभावित हुआ।

वहीं यहां के पुरुषों में नसबंदी को लेकर कोई रुचि नहीं है। इस तरह पुरुष नसबंदी के आंकड़े बता रहे हैं कि उनमें जनसंख्या नियंत्रण को लेकर जानकारी का अभाव है। जब पुरुष नसबंदी की बात आती है तो भ्रांतियों का शिकार हो जाते हैं।

जनसंख्या नियंत्रण आज देश ही नहीं पूरे विश्व के लिए चुनौती बन गया है। जनसंख्या में वृद्धि को नियंत्रित करने के लिए स्‍वास्‍थ्‍य विभाग एड़ी चोटी का जोर लगा रहा है। लेकिन, लोगों में जागरुकता नहीं आई है। प्रोत्‍साहन राशि उपलब्‍ध कराई जा रही है। इसका जोरों से प्रचार प्रसार किया जा रहा है, मगर अफवाहों के कारण लोग नसबंदी कराने से डरते हैं।

आर्थिक विकास में उपलब्ध संसाधनों पर जनसंख्या वृद्धि का सीधा दुष्प्रभाव पड़ता है। अभी देश की जनसंख्या वृद्धि दर जहां 17 .7 फीसद है। वहीं बिहार में  25 .5 फीसद है। जनसख्या वृद्धि दर पिछले एक दशक (2091 से 2021) के बीच 28 .6 फीसद रहा। उसमें पिछले 20 वर्षों में 3.2 फीसद गिरावट आई है।

अभी बिहार में वर्तमान प्रजनन दर 2.7 को 2025 तक 2.1 व 2031 तक दो पर लाने का लक्ष्‍य है। कोरोना के चलते ऑपरेशन भी प्रभावित हुआ। लोगों का कहना है कि पुरुष अक्‍सर महिलाओं का बंध्‍याकरण कराते हैं। इसके पीछे कई कारण है। एक भ्रांति यह भी है कि वे सोचते हैं कि नसबंदी कराने से उनकी मर्दानगी कम हो जाएगी। अगर पत्‍नी की मृत्‍यु हो गई तो उनसे कोई लड़की दोबारा शादी नहीं करेगी।

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