मेडिकल में दोगुनी हुई ऑक्सीजन की खपत, हर रोज खाली हो रहे 140 सिलेंडर

गया। कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव ने चिकित्सीय संस्थानों से जुड़े जरूरी साधनों की मांग भी बढ़ा दी है। सबसे अधिक बेड और ऑक्सीजन सिलेंडर की जरूरत हो रही है। जिले के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में फिलहाल बेड की कोई दिक्कत नहीं है। मदर एंड चाइल्ड वार्ड में 100 बेड का आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है। यहां फिलहाल 60 मरीज भर्ती हैं। इन मरीजों में कई ऐसे होते हैं जिनके लिए 24 घंटे ऑक्सीजन की उपलब्धता अनिवार्य है। इधर पहली अप्रैल से यहां हर दिन कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ रही है। अस्पताल प्रबंधन से मिली जानकारी के मुताबिक मदर एंड चाइल्ड वार्ड जहां आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है वहां ऑक्सीजन सप्लाई के लिए 18 प्वाइंट बने हुए हैं। पाइप लाइन के जरिए मरीजों को ऑक्सीजन दिया जाता है। इन दिनों हर रोज यहां तकरीबन 120 से 140 मेगा ऑक्सीजन सिलेंडर की खपत हो रही है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 16 Apr 2021 07:33 PM (IST) Updated:Fri, 16 Apr 2021 07:33 PM (IST)
मेडिकल में दोगुनी हुई ऑक्सीजन की खपत, हर रोज खाली हो रहे 140 सिलेंडर
मेडिकल में दोगुनी हुई ऑक्सीजन की खपत, हर रोज खाली हो रहे 140 सिलेंडर

गया। कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव ने चिकित्सीय संस्थानों से जुड़े जरूरी साधनों की मांग भी बढ़ा दी है। सबसे अधिक बेड और ऑक्सीजन सिलेंडर की जरूरत हो रही है। जिले के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में फिलहाल बेड की कोई दिक्कत नहीं है। मदर एंड चाइल्ड वार्ड में 100 बेड का आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है। यहां फिलहाल 60 मरीज भर्ती हैं। इन मरीजों में कई ऐसे होते हैं जिनके लिए 24 घंटे ऑक्सीजन की उपलब्धता अनिवार्य है। इधर, पहली अप्रैल से यहां हर दिन कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ रही है। अस्पताल प्रबंधन से मिली जानकारी के मुताबिक मदर एंड चाइल्ड वार्ड जहां आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है वहां ऑक्सीजन सप्लाई के लिए 18 प्वाइंट बने हुए हैं। पाइप लाइन के जरिए मरीजों को ऑक्सीजन दिया जाता है। इन दिनों हर रोज यहां तकरीबन 120 से 140 मेगा ऑक्सीजन सिलेंडर की खपत हो रही है। सामान्य दिनों में पूरे मगध मेडिकल अस्पताल में महज 50-60 सिलेंडर की जरूरत पड़ती थी। इससे समझा जा सकता है कि करीब दोगुना खपत हो रही है।

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अस्पताल में कुल 293 मेगा सिलेंडर

-मेडिकल अस्पताल में कुल 293 मेगा सिलेंडर हैं। पटना से ऑक्सीजन सिलेंडर आपूर्ति करने वाली गाड़ी दिन भर में दो से तीन गाड़ी माल लेकर आती है। लेकिन अभी जिस हिसाब से खपत बढ़ी है संभव है कि आने वाले समय में गाड़ियों की संख्या भी बढ़ानी पड़े। मेडिकल में छोटा सिलेंडर की संख्या 313 है। अभी सभी बड़े सिलेंडर की आपूर्ति सिर्फ मदर एंड चाइल्ड वार्ड की ओर ही किए जा रहे हैं। फिलहाल यहां के स्टोर व खपत के नजरिए से देखें तो अभी ऑक्सीजन की भीषण किल्लत नहीं दिख रही है। गौरतलब है कि पिछले सप्ताह अस्पताल के औचक निरीक्षण में जिलाधिकारी ने कम से कम 48 घंटे का ऑक्सीजन सिलेंडर बैकअप रखने का आदेश दिया है।

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क्या कहते हैं अधिकारी:

कोरोना के संक्रमित मरीजों को भर्ती करने के लिए एमसीएच में बनाए गए आइसोलेशन वार्ड में भर्ती लिया जा रहा है। 100 बेड लगाए गए हैं। फिलहाल यहां ऑक्सीजन की कोई किल्लत नहीं है। हर दिन इसकी आपूर्ति और खपत पर नजर रखी जा रही है।

डॉ. एनके पासवान, नोडल अफसर, मगध मेडिकल अस्पताल, गया।

---------- जेपीएन के सेंट्रल स्टोर में 100 छोटा व 30 बड़ा सिलेंडर उपलब्ध

जयप्रकाश नारायण अस्पताल स्थित सेंट्रल स्टोर में 100 छोटा व 30 बड़ा ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध है। यहीं से पूरे जिले के पीएचसी में ऑक्सीजन की आपूर्ति की जाती है। अकेले जयप्रकाश नारायण अस्पताल में 30 छोटा व 10 बड़ा सिलेंडर है। यहां हर दिन ऑपरेशन, दमा के मरीज व दुर्घटना वाले मरीज में करीब 2 बड़े सिलेंडर की खपत होती है। जिले के टिकारी, शेरघाटी, नीमचक बथानी व मानपुर छात्रावास में आइसोलेशन सेंटर बनाए गए हैं। इन सभी जगहों पर भी ऑक्सीजन की उपलब्धता है।

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