करगहर विधायक के रिश्तेदार की हत्या के बाद बाजार बंद, दुकानदारों ने कहा-यहां कोई सुरक्षित नहीं
रोहतास के करगहर में कांग्रेस विधायक के रिश्तेदार की हत्या की घटना से दुकानदारों में काफी आक्रोश है। विरोधस्वरूप सभी दुकानें बंद हैं। व्यवसायियों का कहना है कि सरेशाम जिस तरह से हत्या की जा रही है यह लोगों को डराने वाली स्थिति है।
संसू, परसथुआ (रोहतास)। करगहर विधायक संतोष मिश्रा के रिश्तेदार संजीव मिश्र की गोलीमार कर हत्या की घटना से लेागों में काफी आक्रोश है। रविवार को भी विरोधस्वरूप स्थानीय बाजार की सभी दुकानें बंद रहीं। लोग हत्यारे की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। वे पुलिसिया चौकसी पर भी सवाल खड़े कर रहे हैं। उनका कहना है कि जब विधायक का रिश्तेदार ही सुरक्षित नहीं तो आमलोगों की क्या बिसात।
सरेशाम हुई घटना से दहशत में हैं दुकानदार
मालूम हो कि शनिवार शाम करगहर विधायक के रिश्तेदार एवं गिरीश नारायण मिश्र कॉलेज के सचिव मंजीव मिश्र के बड़े भाई संजीव मिश्र (40) की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। वे कुदरा रोड स्थित अपने आवास से नीचे उतर रहे थे। इसी दौरान घात लगाए अपराधियों ने उन्हें गोली मार दी और हथियार लहराते हुए चंपत हो गए थे। घटना के बाद ही बाजार की दुकानें बंद हैं। दुकानदारों का कहना है कि इस तरह से सरेशाम मार्केट में घुसकर हत्या की घटना को अंजाम देना विधि-व्यवस्था की खामियां दर्शाती हैं। इस घटना से दुकानदार दहशत में हैं।इधर घटना को देखते हुए बाजार में पुलिस बल की तैनाती की गई है।
पुरानी रंजिश समेत कई बिंदुओं पर पुलिस कर रही पड़ताल
वहीं मृतक के आवास पर मातमपुर्सी करनेवालों की भीड़ लगी रही। वहां पहुंचे विधायक व मंजीव मिश्र से लोगों ने घटना पर चर्चा की। मौके पर पहुंचे इंस्पेक्टर सुबोध कुमार ने सीसीटीवी का फुटेज खंगाला। बता दें कि दो साल पहले भी दिनदहाड़़े परसथुआ चौक पर अपराधियों ने एक कपड़ा व्यवसायी से तमंचे के बल पर छह लाख रुपये लूट लिए थे। गौरतलब है कि संजीव मिश्र हत्याकांड में पुलिस पुरानी अदावत के बिंदु पर भी जांच कर रही है। क्योंकि उनके पिता महेंद्र मिश्र, चाचा चंद्रमा मिश्र एवं दादा कामता प्रसाद मिश्र की भी अपराधियों ने गोली मार हत्या कर दी थी।