मालिनी अवस्थी के सुरों की रसधार सुन श्रोता हुए मंत्रमुग्ध

पेज - फोटो 501 502 एवं 503 संगीतमय - पद्मश्री मालिनी अवस्थी के ठुमरी गायन ने लोगों को झूमाया - सुर सलिला कला संस्थान की ओर से फल्गु महोत्सव का किया गया आयोजन ------------- जागरण संवाददाता गया

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Nov 2019 01:33 AM (IST) Updated:Mon, 18 Nov 2019 01:33 AM (IST)
मालिनी अवस्थी के सुरों की रसधार सुन श्रोता हुए मंत्रमुग्ध
मालिनी अवस्थी के सुरों की रसधार सुन श्रोता हुए मंत्रमुग्ध

गया । देखे बिना नहीं चैन सावरिया हो दिन नहीं चैन नयन नहीं निंदिया कहा से कहूं जी बैर..। पद्मश्री मालिनी ने इस ठुमरी गायन से लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया। बलम तोरे झगड़े में ए रन गई, माधो पिया मै अरज करत हूं सुन लो मोरी कही बलम तोरे झगड़े में..। जमुनिया डार मै तोड़ लाई राजा, सोने की थरिया में जवना परोली गंगा बसे मोरी पिया हो..। एक से बढ़कर एक ठुमरी गीतों से लोगों का दिल जीत लिया। मौका था विष्णुपद मंदिर के प्रांगण में रविवार की शाम सुर सलिला कला संस्थान की ओर से आयोजित फल्गु महोत्सव का। लोगों ने कार्यक्रम का भरपूर आनंद उठाया।

कार्यक्रम को लेकर परिसर दर्शकों से भरा था। परिसर में लगे सभी कुर्सियां भरी पड़ी थीं। ऐसा लग रहा था कि विष्णुपद क्षेत्र पूरी तरह से मालिनी अवस्थी के ठुमरी गायन से रस विभोर हो। साथ ही तबला पर नई दिल्ली आए पंडित राजकुमार मिश्र साथ दे रहे थे। तबले की थाप से श्रोता मंत्रमुध थे। वाराणसी से आए पंडित सुखदेव मिश्र वायलन पर साथ दे रहे थे। मौके पर अध्यक्ष पंडित महेश लाल गुपुत, सचिव हरिश्वर प्रसाद सिंह, संयोजक राजेंद्र सिजुआर आदि मौजूद थे। वहीं कार्यक्रम का उद्घाटन दीप जलाकर मगध विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद एवं सचित सुरी द्वारा किया गया।

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बेटी की विदाई के

बाद पहला कार्यक्रम

मालिनी अवस्थी ने कहा कि कुछ दिनों पहले इकलौती बेटी की शादी की। उसकी विदाई करने के बाद गयाजी में पहला कार्यक्रम करने आई हूं। ऐसे गया में कई बार आ चुकी हूं। इस मोक्ष और ज्ञान की नगरी में आकर अपने-आप पर गर्व कर रही हूं। उन्होंने कहा कि ठुमरी गायकी का प्रचलन पूरे देश में गया और वाराणसी घराना से हुई थी। आज ठुमरी पूरे देश में गाया जाता है, जो दिन प्रतिदिन लोग प्रिय बनता जा रहा है।

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विष्णु चरण चिह्न दे

कर किया सम्मानित

कार्यक्रम में सभी कलाकारों को सम्मानित किया गया। जिसमें समाजसेवी उषा डालमिया द्वारा मालिनी अवस्थी को विष्णुचरण चिह्न एवं अंग वस्त्र भेंट कर सम्मानित किया गया। मेयर वीरेंद्र कुमार द्वारा पंडित सुखदेव मिश्रा, डिप्टी मेयर अखौरी ओंकारनाथ उर्फ मोहन श्रीवास्तव द्वारा कौशिक मिश्र एवं डॉ. विजय कुमार करण द्वारा पंडित रामपुकार मिश्र को सम्मानित किया गया।

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