मेन पाइपलाइन फटने से शहर में पेयजल संकट
जागरण संवाददाता, गया : जलापूर्ति मेन पाइपलाइन फटने से आधे से ज्यादा शहर में सप्ताहभर से पानी
जागरण संवाददाता, गया : जलापूर्ति मेन पाइपलाइन फटने से आधे से ज्यादा शहर में सप्ताहभर से पानी का संकट उत्पन्न हो गया है। दंडीबाग जलापूर्ति केंद्र से तीन लाख से ज्यादा आबादी को पेयजल की आपूर्ति की जाती है। यहां से मंगलागौरी पानी टंकी तक जाने वाले मेन पाइपलाइन मकानों के दबाव से फट गया है।
जलापूर्ति केंद्र में कार्यरत कर्मचारियों ने कहा कि मंगलागौरी में आठ-आठ लाख गैलन की तीन पानी टंकी हैं। तीनों टंकी में प्रत्येक दिन 24 लाख गैलन पानी भरा जाता है। मेन पाइप फटने से आठ लाख गैलन पानी की आपूर्ति बंद हो गई है। हालांकि, केंद्र से वर्तमान में 20 लाख गैलन पानी की आपूर्ति हो रही है। इनमें से चार लाख गैलन पानी प्याऊ और अन्य सार्वजनिक स्थलों पर सप्लाई होती है। ऐसे में तीन घंटे के बजाय डेढ़ घंटे ही सप्लाई हो रही है। हालांकि, कुछ क्षेत्रों में जलापूर्ति पूरी तरह ठप है।
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मकान बनने से टूटा मेन पाइप
दंडीबाग जलापूर्ति केंद्र से मंगलागौरी तक कई स्थानों पर जमीन के नीचे 24 इंच मोटा पाइप बिछाया गया है। दंडीबाग मोहल्ले में पाइप के उपर 50 से अधिक मकान बने हैं। इसके दबाव से पाइप फट गया है। मरम्मत करने में निगम कर्मियों को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। पाइप की मरम्मत करने के लिए चौड़े गड्ढे करने से मकान गिर सकता है।
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इन क्षेत्रों में पेयजल किल्लत
लखनपुरा, मयूर विहार, घुघरीटांड का आधा भाग, समीर तकिया, गोवाल विगहा, मुनी मस्जिद, टिल्हा धर्मशाला, रमना रोड, जीबी रोड, बिसार तालाब, नूतन नगर, आशा सिंह मोड, राजेंद्र आश्रम, गोदावरी आदि स्थानों में प्राप्त मात्रा में पानी नहीं है, जबकि स्वराजपुरी, बाटा मोड़ एवं स्टेशन क्षेत्र में एक सप्ताह से आपूर्ति बंद है।
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धीमी गति से हो रही मरम्मत
नगर निगम द्वारा धीमी गति में मेन पाइपलाइन का मरम्मत कार्य हो रहा है। मरम्मत के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है। तीन-चार मजदूरों को लगाकर सिर्फ गड्ढे खोदे गए हैं, जिससे पानी को निकला जा रहा है। इसी गति से काम होता रहा तो मरम्मत में काफी समय लग सकता है।
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पाइपलाइन का मरम्मत कार्य चल रहा है। अतिक्रमण कर लोग पाइपलाइन के उपर मकान बना रखे हैं, जिस कारण परेशानी हो रही है। पाइप के उपर मकान बनाने वाले लोगों को नोटिस भेजा जाएगा। उसके बाद मकान को चिह्नित कर तोड़ने का कार्य किया जाएगा।
-ईश्वर चंद्र शर्मा, नगर आयुक्त