शारदा माइंस पर जबरन कब्जे को ले माफिया तत्वों में ठनी

संवाद सूत्र रजौली थाना क्षेत्र के सवैयाटांड़ पंचायत में शारदा मांइस पर माइका खनन को लेकर माफिया के बीच जोर आजमाईश जारी है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 23 Nov 2020 06:12 PM (IST) Updated:Tue, 24 Nov 2020 08:01 AM (IST)
शारदा माइंस पर जबरन कब्जे को ले माफिया तत्वों में ठनी
शारदा माइंस पर जबरन कब्जे को ले माफिया तत्वों में ठनी

गया। रजौली थाना क्षेत्र के सवैयाटांड़ पंचायत में शारदा मांइस पर माइका खनन को लेकर माइंस पर कब्जा को लेकर माफियाओं के बीच ठन चुकी है। कभी भी यहां गोलियों की गड़गड़ाहट से इलाका दहल सकता है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शारदा नामक माइका माइंस पर कोडरमा जिले के माफिया महेश राय उसके भाई आनंद राय व उसके गुर्गे का कब्जा था। लेकिन दीपावली के पहले स्थानीय लोगों ने महेश राय के कब्जे से माइका माइंस को छिन लिया था। साथ में वहां काम करने वाले लोगों को मारपीट कर भगा दिया था। तब से वहां पर खूनी खेल होने की संभावना जताई जा रही है। हालांकि इस बारे में पुलिस अनभिज्ञता जता रही है। वहीं माइंस पर से कब्जा निकलता देख माफिया महेश राय पूरे दमखम से चढ़ाई करने की तैयारी में है। कभी भी अवैध खनन को लेकर गोलियों व विस्फोटकों से इलाका दहल सकता है। पूर्व में तत्कालीन एएसपी अभियान कुमार आलोक के नेतृत्व में कार्रवाई के दौरान माफिया महेश राय के गुर्गे उद्दीन मियां को नाइन एमएम के पिस्टल व कई कारतूसों के साथ गिरफ्तार किया गया था। वर्तमान में अब जेल से बाहर है। उसके जेल से आने के बाद इलाके में दहशत फैलाने को लेकर मारपीट की घटना को अंजाम भी दिया गया था। जिसका वीडियो भी वायरल हुआ था। बताते चलें कि सवैयाटांड़ पंचायत में बेरोकटोक चल रहे माइका माइंस का निबंधन 2004 से ही बंद है। लेकिन माफिया द्वारा बंदूक की नोक व वन विभाग के अधिकारियों व पुलिस की सांठ-गांठ से धड़ल्ले से खनन कराते आ रहे हैं। उजला सोना कहे जाने वाले माइका के माइंसों से रोजाना लाखों रुपये की नाजायज कमाई माफिया को होती है।

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सेंचुरी वन क्षेत्र है घोषित

-इस जंगली भू-भाग को पशुओं की संरक्षण को लेकर सेंचुरी वन क्षेत्र घोषित किया गया है। जहां जंगली पशुओं का पालन व संरक्षण देना है। लेकिन माफिया द्वारा इस सेंचुरी वन के माइका माइंस पर खनन का कारोबार धड़ल्ले से किया जाता रहा है। हालांकि वन विभाग के भूभाग पर हो रहा माइका खनन की जानकारी सरकार से लेकर अधिकारियों को भलीभांति है। लेकिन ये लोग चुप्पी साधे हुए हैं। माफिया के उपर वन अधिनियम के तहत कई प्राथमिकी दर्ज हुई है, लेकिन असर नहीं पड़ा है। रजौली वनक्षेत्र के कोरैया, सेठवा, ललकी, कारी एवं शारदा मांइस समेत दर्जनों जगहों के माइका खदानों पर माफिया का कब्जा है। यहां से रुपये के साथ वर्चस्व को लेकर ताकत आजमाने का भरपूर मौका मिलता है। इस बारे में फॉरेस्टर अरविद कुमार पाठक ने बताया कि अवैध खनन के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। विभाग के पदाधिकारी पर मिलीभगत के आरोप बेबुनियाद है।

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