कैमूर में सौ घरों की बस्तियों में कराया जा रहा सामुदायिक भवन का निर्माण
अजा-अजजा बस्ती में रहने वाले लोगों को शादी-विवाह व सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए उनके आबादी में ही कार्यक्रम आयोजन की सुविधा मिलेगी।
कैमूर। अजा-अजजा बस्ती में रहने वाले लोगों को शादी-विवाह व सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए उनके आबादी में ही कार्यक्रम आयोजन की सुविधा मिलेगी। इसके लिए उन्हें कोई शुल्क भी नहीं अदा करना है। अजा-अजजा कल्याण विभाग सौ घरों की आबादी पर राशि खर्च कर सामुदायिक भवन सह वर्कशेड का निर्माण करा रही है। कैमूर जिले में 2016-17, 2019-20 तक मिले कुल 46 लक्ष्य के सापेक्ष 24 सामुदायिक भवन सह वर्कशेड के निर्माण का कार्य पूर्ण हो चुका है।
इस संबंध में जिला कल्याण पदाधिकारी ललन ऋषि ने बताया कि विभाग की मंशा के अनुरूप जिले में अजा-अजजा परिवार के लोगों के उपयोग के लिए वर्कशेड का निर्माण कराया जा रहा है। इस वर्कशेड का उपयोग बस्ती के लोग बच्चों के पठन-पाठन, शादी विवाह व अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए प्रयोग में लाएंगे। इन्हें किसी तरह का कोई शुल्क अदा नहीं करना है।
उन्होंने बताया कि संबंधित विकास मित्र को इसकी देखरेख की जिम्मेदारी का दायित्व भी सौंपा गया है। विभिन्न वित्तीय वर्षों में प्राप्त कुल लक्ष्य के अनुरूप 24 का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। जबकि 15 के कार्य के लिए निविदा प्रक्रियाधीन है। आठ सामुदायिक भवन सह वर्कशेड के निर्माण का कार्य प्रगति पर है। इन सामुदायिक भवनों के निर्माण पर 26 लाख 14 हजार तीन सौ रुपए की राशि प्रत्येक पर खर्च की जा रही है।
बता दें कि अजा-अजजा बस्तियों में अब भी कई तरह की सुविधाओं का अभाव है। सामुदायिक भवन के बन जाने से ऐसे आबादी में रहने वाले लोगों को कई तरह से लाभ मिलेगा। इससे अजा-अजजा वर्ग के लोगों को भी समाज के मुख्य धारा में जुड़ने का अवसर प्राप्त होगा।
प्रखंडवार पूर्ण सामुदायिक भवन -
भभुआ - 3
चैनपुर - 5
भगवानपुर - 2
चांद - 3
मोहनियां - 1
रामगढ़ - 1
कुदरा - 4
रामपुर - 1
भभुआ - 3
दुर्गावती - 1
नुआंव - 0