मिस्ड कॉल से हुई प्यार की शुरुआत, औरंगाबाद की किशोरी UP के अब्दुल संग फरार, फिर ये तो होना ही था...
मिस्ड कॉल से प्यार की शुरुआत हुई। धीरे-धीरे कॉल और मैसेज पर बात हुई। फेसबुक पर इजहार हुआ और वाट्सएप पर साथ जीने-मरने की कसमे खाई गई। नए जीवन को आरंभ करने का ताना-बाना पूरा बुन लिया गया था लेकिन...
संवाद सूत्र, मदनपुर (औरंगाबाद)। मिस्ड कॉल से प्यार की शुरुआत हुई। धीरे-धीरे कॉल और मैसेज पर बात हुई। फेसबुक पर इजहार हुआ और वाट्सएप पर साथ जीने-मरने की कसमे खाई गई। नए जीवन को आरंभ करने का ताना-बाना पूरा बुन लिया गया था, लेकिन घरवाले इस प्रेम कहानी में विलेन की तरह घुस गए और प्रेमी जोड़े के सपनों को उड़ान नहीं मिल सकी।
दरअसल, मदनपुर थाना क्षेत्र की रहने वाली एक 14 वर्षीय किशोरी को दूसरे धर्म के लड़के से प्यार हो गया। उस लड़के की उम्र लगभग 18 वर्ष है। नाम अब्दुल कलाम बताया जाता है। वह उत्तरप्रदेश के आंबेडकर नगर का रहने वाला है। प्रेमी जोड़े जानते थे कि दोनों के अंतरधर्म संबंध को उनके घरवाले पसंद नहीं करेंगे, इसलिए उन्होंने प्यार को काफी दिनों तक छुपाए रखा।
बात 21 अप्रैल की है। प्रेम परवान चढ़ते ही किशोरी प्रेमी के साथ फरार हो गई। उसके माता-पिता ने रिश्तेदारों, हित-मित्रों, सब जगह खोज की, लेकिन जब बेटी का कुछ अता-पता नहीं चला तो उन्होंने 22 अप्रैल को मदनपुर थाने में अपहरण की आशंका जताते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई।
प्रेमी जोड़े छल-कपट नहीं जानते थे। उन्होंने मोबाइल के नंबर नहीं बदले। लड़की अपना सेलफोन घर पर ही छोड़कर गई थी। पुलिस ने उसकी कॉल डिटेल खंगाली तो अब्दुल का नंबर मिला। अब्दुल के मोबाइल की टावर लोकेशन खंगालते हुए दोनों को सासाराम रेलवे स्टेशन पर दबोच लिया गया। बताया जा रहा है कि दोनों वाराणसी से सासाराम लौट रहे थे।
पूछताछ में उन्होंने बताया कि एक रोज लड़की ने अब्दुल के नंबर पर मिस्ड कॉल दिया था। वह किसी और को फोन मिला रही थी, लेकिन रॉन्ग नंबर लग गया तो उसने झट से काट दिया, जो अब्दुल के मोबाइल पर मिस्ड कॉल के रूप में चला गया। इसके बाद अब्दुल ने कॉल बैक किया। दोनों की बात वहीं से शुरू हुई। फिलहाल, अब्दुल को पुलिस ने अपहरण के आरोप में जेल भेज दिया है।