खाद के लिए दुकानों पर किसानों की लगी लंबी कतार

औरंगाबाद। यूरिया की कमी से किसान परेशान हैं। किसानों को खाद नहीं मिल रहा है। खाद को लेकर किसान परेशान हैं। बंद दुकानों के बाहर किसानों की लंबी कतार लग रही है। अधिकारी परेशान हैं परंतु पर्याप्त खाद का आवंटन नहीं मिल रहा है। मंगलवार को खाद को लेकर दुकानों के बाहर ओबरा में किसानों ने हंगामा किया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 17 Aug 2021 05:46 PM (IST) Updated:Tue, 17 Aug 2021 05:46 PM (IST)
खाद के लिए दुकानों पर किसानों की लगी लंबी कतार
खाद के लिए दुकानों पर किसानों की लगी लंबी कतार

औरंगाबाद : यूरिया की कमी से किसान परेशान हैं। किसानों को खाद नहीं मिल रहा है। खाद को लेकर किसान परेशान हैं। बंद दुकानों के बाहर किसानों की लंबी कतार लग रही है। अधिकारी परेशान हैं परंतु पर्याप्त खाद का आवंटन नहीं मिल रहा है। मंगलवार को खाद को लेकर दुकानों के बाहर ओबरा में किसानों ने हंगामा किया। डीएपी 1300 एवं यूरिया 300 से 350 रुपये बेचने का आरोप लगाया। दुकान के बाहर किसानों की लंबी कतार लगी थी। किसान गांव से खाद लेने शहर पहुंचे थे।

जिला कृषि पदाधिकारी रणवीर सिंह ने बताया कि तीन दिन पहले इफको खाद की रैक अनुग्रह नारायण रोड स्टेशन आ गई है। खाद को व्यापार मंडल, पैक्स एवं कृषक समिति को आवंटित किया गया है। दुकानों पर किसानों की भीड़ लग रही है। किसानों को खाद की जरूरत है और पर्याप्त खाद नहीं मिल रहा है। बताया कि जिले में कम से 6650 मीट्रिक टन खाद की जरूरत है। जब तक इतनी मात्रा में खाद नहीं पहुंचेगी स्थिति सामान्य नहीं होगी। मैंने विभाग से लेकर सभी जगहों पर खाद उपलब्ध कराने के लिए पत्र लिखा हूं। खाद को लेकर मदनपुर, ओबरा, हसपुरा, गोह, दाउदनगर, औरंगाबाद, बारुण समेत सभी प्रखंडों में दुकानों पर लंबी लाइन लगी थी।

जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि खाद की कमी को लेकर सांसद सुशील कुमार सिंह को पत्र लिखा हूं। उन्होंने बताया कि योजना भवन में बैंकर्स की बैठक में सांसद पहुंचे थे जहां पर पत्र दिया। सांसद ने खाद उपलब्ध कराने का भरोसा दिया। किसानों को खाद की है जरूरत : पूर्व मंत्री

पूर्व मंत्री रामाधार सिंह ने डीएम को पत्र लिखकर किसानों को खाद उपलब्ध कराने का आग्रह किया है। बताया है कि किसान धान रोपनी कर चुके हैं। डीएपी, यूरिया, फास्फेट एवं पोटाश खेत में नहीं डाल पाए हैं। सात प्रखंडों देव, कुटुंबा, मदनपुर, रफीगंज, नवीनगर एवं औरंगाबाद के किसान बारिश होने पर अपनी खेतों में धान रोपनी करते हैं। वर्तमान में खाद की जरूरत है परंतु नहीं मिल रहा है।

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