कैंसर से पीड़ित जेपी सेनानी भटक रहे पेंशन को

गया। माननीय मुख्यमंत्री महोदय। मैं कैंसर से पीड़ित हूं। एक पैर से विकलांग होने के कारण बार-बार पटना जाना संभव है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 21 Feb 2021 11:25 PM (IST) Updated:Sun, 21 Feb 2021 11:25 PM (IST)
कैंसर से पीड़ित जेपी सेनानी भटक रहे पेंशन को
कैंसर से पीड़ित जेपी सेनानी भटक रहे पेंशन को

गया। माननीय, मुख्यमंत्री महोदय। मैं कैंसर से पीड़ित हूं। एक पैर से विकलांग होने के कारण बार-बार पटना जाना संभव है। यह व्यथा है एक सेनानी की जो पेंशन की आस पर जिंदा है। जेपी आंदोलन के दौरान 2 अगस्त 1974 से 6 सितंबर 1974 तक मीसा- डीआईआर के अन्य धाराओं के तहत मुंगेर कारागार में बंदी रहे थे। सभी नियमों एवं शर्तों को पूरा करने के उपरांत भी मुझे जेपी सेनानी पेंशन के आवेदन पर विचार नहीं हो सका। डेल्हा थाने के बैरागी मोहल्ला निवासी विजय कुमार शाह ने कुछ इसी अंदाज में मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर फरियाद किया है।

पत्र में कहा है कि उन्हें कार्यालय से पता चला कि इतना विलंब सरकार की ओर से है। इस संबंध के लिए एक बोर्ड है। जो सरकार बनाती है। बोर्ड नहीं घटित होने के कारण कोई भी व्यक्ति का काम नहीं हो रहा है। बोर्ड की बैठक में स्वीकृति के उपरांत पेंशन की स्वीकृति दी जाती है। जयप्रकाश नारायण सेनानी संबंधी बोर्ड शीघ्र गठित करने की महती कृपा की जाए। जिससे कि सभी सेनानी के साथ मेरा भी काम हो सके। मेरे बुढ़ापे में जीवन के शेष दिनों के लिए लाभ हो सके। पत्र में कहा है कि पेंशन योजना अंतर्गत आवेदन 22 फरवरी 2016 को देने के उपरांत आज तक इनका पेंशन स्वीकृति नहीं हुआ है।

जय प्रकाश नारायण आंदोलन पेंशन योजना अंतर्गत गृह विशेष विभाग के संकल्प संख्या 525 दिनांक 15 /7/2015 में जेपी सेनानी को पेंशन उपलब्ध कराने के लिए भी प्रपत्र में सभी शर्तो के साथ आवेदन पटना में दिनांक 4455/22-2-2016 को जमा किया।

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