धनतेरस व दीपावली की तरह ही छठ पर भी एक करोड़ कारोबार की उम्मीद, जिले में पहुंच रही प्रतिदिन दिन फलों की खेप
जिले में शनिवार से ही फलों की बड़ी खेप आने लगी है। भभुआ नगर में सभी फलों की दुकानों को नगर के टाउन हाई स्कूल में लगाने का निर्णय लिया गया है। जबकि प्रखंड के बाजारों में भी निर्धारित स्थल पर ही दुकान लगाने के लिए कहा गया है।
संवाद सहयोगी, भभुआ: कोरोना को लेकर हुए लॉकडाउन से कारोबारियों की कमर टूट गई थी। लेकिन अनलॉक होने तथा पर्व त्योहार के आने से बाजार को एक गति मिली है। धनतेरस तथा दीपावली पर बाजार की स्थिति रही। तब कैमूर जिले में एक करोड़ रूपये से अधिक का कारोबार हुआ। ठीक उसी प्रकार छठ पर्व पर भी एक करोड़ रूपये से अधिक के कारोबार होने की उम्मीद है। इसी को देखते हुए बाजार में दुकानें छठ को लेकर सजने लगी हैं। छठ पर्व को देखते हुए कैमूर जिले तथा नगर के अलावा बाजारों में कारोबारियों द्वारा काफी मात्रा में फलों का आर्डर दिया गया है। जिले में शनिवार से ही फलों की बड़ी खेप आने लगी है। भभुआ नगर में सभी फलों की दुकानों को नगर के टाउन हाई स्कूल में लगाने का निर्णय लिया गया है। जबकि प्रखंड के बाजारों में भी निर्धारित स्थल पर ही दुकान लगाने के लिए कहा गया है।
छठ पर्व को देखते हुए बाजार में कई चीजों के दामों में बढोतरी
छठ पर्व को देखते हुए बाजार में कई चीजों के दामों में बढोतरी होने लगी है। फल कारोबारियों ने बताया कि केला, सेव, संतरा, घाघर, ईख, नासपाती, अन्नास, सरीफा, अनार, अमरूद, आदि फलों को बाहर से मंगाया गया है। सोमवार से ही फलों की दुकानें निर्धारित स्थल पर लगने लगेंगी। ज्ञात हो कि जिले में छठ का पर्व बुधवार व गुरूवार को मनाया जाएगा। रविवार को भी हुई बिक्री- जिले में रविवार को बाजारों में लौकी तथा चने की दाल की बिक्री हुई।
आठ नवंबर को नहाय खाय का व्रत
चूकि आठ नवंबर को नहाय खाय का व्रत है। ऐसे में लौकी की बिक्री हुई। वहीं सोमवार को भी बाजारों में लौकी की मांग खूब होगी। नौ नवंबर को खरना है। ऐसे में उसको देखते हुए भी बाजारों में गुड़ की मांग अधिक हो गई है। 40 रुपये किलो बिकने वाला गुड़ अब 50 तक पहुंचने लगा है। छठ का प्रसाद में भी गुड़ का उपयोग होता है ऐसे में गुड़ का दाम भी बढ़ने लगा है। वहीं इस बार कोरोना तथा लॉकडाउन के कारण लोगों पर महंगाई का भी बोझ पड़ा है।-
फलों की संभावित कीमतें -
फल - दाम (रुपये प्रतिकिलो)
सेव- 100 - 120 रुपये
संतरा - 80 - 120 रुपये
अमरूद - 80 से 100
अंगूर - 200- 240 रुपये
अनार - 120 रुपये
सिंघाड़ा - 50 रुपये
केला - 250 से 600 घार,
50 रुपये दर्जन
बैर - 100
शकरकंद - 50
सुथनी - 80
नासपाती - 180- 200 रुपये
गाजर - 80
गन्ना - 80 रुपये जोड़ा