60 करोड़ की राशि से गया में बनेगा लक्ष्मण झूला, तीर्थ यात्रियों को कर्मकांड करने में होगी सुविधा

सनातन धर्म में गया जी का काफी महत्व है। प्रत्येक दिन हजारों की संख्या में देश-विदेश से पिंडदानी अपने पूर्वजों के मोक्ष की कामना को लेकर कर्मकांड करते हैं। तीर्थ यात्रियों के सुविधा को देखते हुए सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है।

By Shubh Narayan PathakEdited By: Publish:Thu, 01 Apr 2021 10:51 AM (IST) Updated:Thu, 01 Apr 2021 10:51 AM (IST)
60 करोड़ की राशि से गया में बनेगा लक्ष्मण झूला, तीर्थ यात्रियों को कर्मकांड करने में होगी सुविधा
गयाजी स्थित सीताकुंड का विहंगम दृश्‍य। जागरण

गया, जागरण संवाददाता। सनातन धर्म में गया जी का काफी महत्व है। प्रत्येक दिन हजारों की संख्या में देश-विदेश से पिंडदानी अपने पूर्वजों के मोक्ष की कामना को लेकर कर्मकांड करते हैं। तीर्थ यात्रियों के सुविधा को देखते हुए सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है, जो तीर्थ यात्रियों के लिए मील का पत्थर साबित होगा। तीर्थ यात्रियों की सुविधा के लिए विष्णुपद देवघाट से लेकर सीताकुंड वेदी तक लक्ष्मण झूला बनाने का सरकार ने निर्णय लिया है। लक्ष्मण झूला का निर्माण कार्य बिहार राज्य पुल निगम के द्वारा किया जाएगा। इसमें करीब 60 करोड़ रुपए की राशि खर्च होगी। पुल निगम के कार्यपालक अभियंता शशि भूषण सिंह ने कहा कि लक्ष्मण झूला का निर्माण कार्य जल्द प्रारंभ कर दिया जाएगा। लक्ष्मण झूला देवघाट से लेकर सीता कुंड पिंड बेदी तक फल्गु नदी में बनेगा। जिससे तीर्थ यात्रियों के आवागमन में परेशानी नहीं होगी।

तीर्थ यात्रियों के जाम से मिलेगा निजात

360 पिंड बेदी में सीता कुंड पिंड वेदिका काफी महत्व है। जहां प्रत्येक दिन काफी संख्या में पिंडदानी पिंड दान करते हैं। पितृ पक्ष में एक पखवारे तक तीर्थ यात्रियों की भीड़ लगी रहती है। लेकिन देवघाट से सीताकुंड जाने में तीर्थ यात्रियों की काफी परेशानी होती है। क्योंकि घुघरीटाड बाईपास हमेशा जाम रहता है। जिसमें तीर्थ यात्रियों के वाहन घंटों फसे रहते हैं। लक्ष्मण झूला बनने के बाद यह समस्या समाप्त हो जाएगी। साथ ही देवघाट से सीता कुंड की दूरी जो तीन किलोमीटर है वह सिमटकर एक किलोमीटर रह जाएगा।

ऋषिकेश के तर्ज पर बनेगा लक्ष्मण झूला

फल्गु नदी में लक्ष्मण झूला का निर्माण ऋषिकेश के तर्ज पर किया जाएगा। कार्यपालक अभियंता ने कहा कि झूला की चौड़ाई 10 फीट होगी, जबकि लंबाई 411 मीटर होगा। जिस पर आम लोगों के साथ तीर्थयात्री आराम से देवघाट से सीता कुंड जा सकते हैं। 10 फीट चौड़ा होने के कारण आवागमन में किसी तरह के परेशानी नहीं होगी।

chat bot
आपका साथी