कहते थे कर्पूरी ठाकुर- हक चाहिए तो लड़ना सीखो, कदम-कदम पर अड़ना सीखो

बिहार पेंशनर समाज के रजौली के ब्लॉक रोड स्थित कार्यालय में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जननायक कर्पूरी ठाकुर की 97वीं जयंती धूमधाम से मनाई गई। रजौली इंटर विद्यालय के पूर्व प्राचार्य बालकृष्ण यादव की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने जननायक कर्पूरी ठाकुर के चित्र पर माल्यार्पण किया।।

By Akshay PandeyEdited By: Publish:Sun, 24 Jan 2021 05:53 PM (IST) Updated:Sun, 24 Jan 2021 05:53 PM (IST)
कहते थे कर्पूरी ठाकुर- हक चाहिए तो लड़ना सीखो, कदम-कदम पर अड़ना सीखो
बिहार पेंशनर समाज की ओर से आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित अतिथि।

संवाद सहयोगी,रजौली (नवादा)। बिहार पेंशनर समाज के रजौली के ब्लॉक रोड स्थित कार्यालय में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जननायक कर्पूरी ठाकुर की 97वीं जयंती धूमधाम से मनाई गई। रजौली इंटर विद्यालय के पूर्व प्राचार्य बालकृष्ण यादव की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने जननायक कर्पूरी ठाकुर के चित्र पर माल्यार्पण कर एवं पुष्प अर्पित कर उनके प्रति श्रद्धांजलि व्यक्त की। 

सेवानिवृत्त पूर्व प्राचार्य बालकृष्ण यादव ने उनके कहे शब्दों की चर्चा करते हुए उपस्थित लोगों से कहा कि उनका कहना था कि 'हक चाहिए तो लड़ना सीखो, कदम-कदम पर अड़ना सीखो, जीना है तो मरना सीखो। उनकी इन्हीं बातों ने उन्हें मुख्यमंत्री, राजनेता के साथ-साथ आम जनों का नायक बना दिया। जिसके बाद लोग उन्हें जननायक कर्पूरी ठाकुर कहने लगे। कर्पूरी जी भारत छोड़ो आंदोलन के समय छात्र जीवन से ही राजनीतिक सफर की शुरुआत की। आजादी के बाद हुए विधिवत चुनाव में लोगों द्वारा चुन कर सदन में पहुंचे। उन्हें बिहार के पहले गैर कांग्रेसी मुख्यमंत्री बनने का गौरव प्राप्त है। कर्पूरी जी के लोकप्रिय कार्यों में मुंगेरीलाल कमीशन को लागू करना, जिसमें अन्य पिछड़े वर्गों के लिए सरकारी नौकरियों में 26 और शिक्षण संस्थानों में 24 फ़ीसदी आरक्षण की व्यवस्था की।

उनके मंत्रिमंडल ने 10 नवंबर 1978 को आरक्षण लागू करने की अधिसूचना जारी की। जिसमें पिछड़ों के लिए 8 प्रतिशत, अति पिछड़ों के लिए 12 प्रतिशत, महिलाओं के लिए 3 प्रतिशत एवं देश में सर्वप्रथम गरीब सवर्णों के लिए 3 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था थी। इनके द्वारा वर्ष 1977 में बिहार में पहली बार शराब बंदी लागू की गई थी। उनका जीवन का व्यक्तित्व पूरी इमानदारी और सादगी से बीता। जो आज के समय में बहुत कम नेताओं के पास देखने को मिलती है। बिहार में उनके नाम से कई शिक्षण संस्थान और संग्रहालय हैं। उनके सम्मान में डाक टिकट भी जारी किए गए हैं। हमें उनके बताए रास्तों पर चलने का प्रयास करना चाहिए।

मौके पर संतोष कुमार शर्मा, महेश शर्मा, सत्यम राज, चंदन शर्मा, अशोक यादव, पूर्व मुखिया विनय कुमार सिंह, मनु कुमार  आदि उपस्थित थे। वहीं जदयू कार्यालय में भी प्रखंड अध्यक्ष डॉ सुनीता यादव की अध्यक्षता में जननायक कर्पूरी ठाकुर जी की जयंती मनाई गई। कार्यक्रम में उपस्थित जदयू कार्यकर्ताओं ने कर्पूरी ठाकुर के बताए रास्ते पर चलने का संकल्प लिया। मौके पर जदयू नेता अवधेश यादव, लखन प्रसाद, भोला यादव, साधु यादव आदि उपस्थित थे। वहीं राजद कार्यालय में भी जननायक कर्पूरी ठाकुर जी की जयंती मनाई गई। राजद प्रखंड अध्यक्ष राकेश सिंह की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में राजद कार्यकर्ताओं ने कर्पूरी जी के चित्र पर माल्यार्पण कर एवं पुष्प अर्पित कर उनके प्रति श्रद्धांजलि व्यक्त की। मौके पर कई राजद कार्यकर्ता उपस्थित थे।

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