कैमूर के हरिदास शर्मा राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से होंगे सम्मानित, शिक्षक दिवस पर राष्ट्रपति भवन में मिलेगा पुरस्कार
कैमूर जिले के शिक्षक हरिदास शर्मा काे राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिए दो शिक्षकों का चयन हुआ है जिसमें एक मधुबनी से व दूसरे कैमूर के शिक्षक शामिल हैं। राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार पाने वाले जिले के पहले शिक्षक बन गए हैं हरिदास शर्मा।
जासं, भभुआ: कैमूर जिले के शिक्षक हरिदास शर्मा काे राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिए दो शिक्षकों का चयन हुआ है, जिसमें एक मधुबनी से व दूसरे कैमूर के शिक्षक शामिल हैं। पांच सितंबर शिक्षक दिवस के मौके पर राष्ट्रपति भवन में कैमूर जिले के रामगढ़ प्रखंड में स्थित मध्य विद्यालय डहरक के प्रभारी प्रधानाध्यापक हरिदास शर्मा को यह पुरस्कार राष्ट्रपति के हाथों मिलेगा। इसकी खबर मिलते ही जिले के शिक्षक, शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े लोगों के अलावा आमलोगों में खुशी की लहर दौड़ गई।
पांच अगस्त को नेशनल जुरी पटना के समक्ष हरिदास शर्मा रखे थे अपने विचार
बता दें कि बीते माह पांच अगस्त को नेशनल जुरी पटना के समक्ष हरिदास शर्मा को अपना विचार रखने का अवसर मिला था। जिसमें कैमूर से उनका चयन राष्ट्रीय शिक्षा पुरस्कार के लिए हुआ। नेशनल जूरी के समक्ष ऑनलाइन के माध्यम से राज्य के छह शिक्षक शामिल हुए थे। कैमूर से हरिदास शर्मा का व मधुबनी से चंदना दत्ता का चयन हुआ। हरिदास शर्मा के चयन होने के बाद 20 अगस्त को केंद्रीय टीम भी मध्य विद्यालय डहरक की सभी गतिविधियों की जांच करने पहुंची थी। जिसमें ड्रोन कैमरा से सभी गतिविधियों को देखा गया और उसे कैच किया गया। केंद्रीय टीम ने भी यह माना कि विद्यालय की सभी गतिविधियां काफी अच्छी है।
जिले के पहले शिक्षक बनें जिन्हें मिल रहा है राष्ट्रीय पुरस्कार
हरिदास शर्मा का चयन होने के बाद जिले के कई जगहों पर सम्मान समारोह आयोजित कर उन्हें सम्मानित भी किया गया है। इस संबंध में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी समग्र शिक्षा अक्षय पांडेय ने बताया कि प्रदेश स्तर पर बेहतर रैंक प्राप्त कर राष्ट्रीय स्तर पर कैमूर की पहचान हरिदास शर्मा ने बनाई है। यह जिले के पहले शिक्षक हैं जिन्हें यह पुरस्कार मिल रहा है। इस पहचान को और बेहतर बनाने के लिए लगातार जिले में प्रयास किया जा रहा है ताकि विद्यालय में पढ़ने वाले छात्रों को शिक्षकों के द्वारा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराई जाए। जिससे एक बेहतर पहचान के साथ बेहतर शिक्षा भी प्राप्त हो।