तीन शादियां कर चुकी महिला की लड़की का इस हाल में मिला शव, कैमूर पुलिस के लिए बढ़ी चुनौती
मनमौजी गुडि़या ने अपने तीनों पतियों को छोटे-छोटे कारणों की वजह से छोड़ दिया। उसका पहला पति मेराज सलमानी मोहनियां के कुरई गांव का रहने वाला है। खुशी इन दोनों की संतान थी। मेराज को छोड़ने के बाद गुडि़या ने दूसरी शादी चैनपुर बाजार निवासी टीपू सलमानी से की।
संवाद सूत्र, चैनपुर (कैमूर)। थाना क्षेत्र के मसोई गांव में बुधवार की सुबह कुएं से आठ साल की बच्ची का शव मिलने के बाद इलाके में सनसनी फैल गई। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृत बच्ची की पहचान गुडि़या खातून के बेटी खुशी कुमारी के रूप में हुई है। खुशी, गुडि़या के पहले पति मेराज सलमानी की संतान थी। इस गांव में खुशी का ननिहाल है। मामी मरियम खातून उसका लालन-पालन करती थी। ग्रामीण खुशी की मां गुडि़या पर ही हत्या का आरोप लगा रहे हैं। उनका कहना है कि गुडि़या ने अपने तीनों पतियों को छोड़ दिया और मायके के पास ही किराए पर कमरा लेकर रहती है। खुशी उसके आगे के जीवन में बाधक बन रही थी। शायद, यही वजह रही कि उसने बेटी की हत्या कर शव को कुएं में डाल दिया। बहरहाल, पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है।
गुडि़या को कैसे पता- कुएं में छिपी लाश
ग्रामीणों की मानें तो गुडि़या को मंगलवार की दोपहर करीब 12 बजे खुशी के साथ कुएं की तरफ जाते हुए देखा गया था। अगली सुबह उसकी मां तो नजर आई, लेकिन खुशी कहीं दिख नहीं रही थी। सुबह से ही गुडि़या बच्ची के गुम होने का स्वांग रच रही थी। उसके शोर मचाने पर ग्रामीणों ने खोजबीन शुरू की तो खुशी का शव कुएं से बरामद हुआ। एक ही दिन में गुडि़या को तीन बार कुएं की तरफ जाते हुए देखे जाने की बात भी कही जा रही है। कुछ लोगों का यह भी कहना है कि गुमशुदगी की जानकारी मिलने के बाद जब वे खेत की ओर बच्ची को ढूंढने जा रहे थे तो गुडि़या ने ही उनसे कुएं में देखने को कहा था। ऐसे में हत्या में गुडि़या की संलिप्तता से इन्कार नहीं किया जा सकता।
मनमौजी गुडि़या ने तीनों पति को छोड़ दिया
मनमौजी गुडि़या ने अपने तीनों पतियों को छोटे-छोटे कारणों की वजह से छोड़ दिया। उसका पहला पति मेराज सलमानी मोहनियां के कुरई गांव का रहने वाला है। खुशी इन दोनों की संतान थी। मेराज को छोड़ने के बाद गुडि़या ने दूसरी शादी चैनपुर बाजार निवासी टीपू सलमानी से की। वह दिल्ली में काम करता था। कुछ दिन गुडि़या उसके साथ दिल्ली में ही रही। इसके बाद उसने टीपू को भी छोड़ दिया। इसके बाद उसने तीनसरी शादी खालिद अनवर उर्फ लाल बाबू नामक व्यक्ति से की। इससे उसे एक बेटा हुआ।
छत से गिरकर बेटे की हुई थी मौत
तीसरे पति से गुडि़या ने एक बेटे को जन्म दिया। इसके बाद उसने तीसरे पति खालिद अनवर उर्फ लाल बाबू को भी छोड़ दिया। इसी साल तीन अगस्त को उसका डेढ़ साल का बेटा छत से नीचे गिर गया। जब लोग बच्चे को अस्पताल में लेकर गए तो वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। लोगों को बच्चे की मौत पर संदेह था। इसमें भी गुडि़या की भूमिका बताई जा रही थी, लेकिन साक्ष्य नहीं मिलने के कारण किसी ने पुलिस के सामने शक नहीं जताया। थानाध्यक्ष उदय भानु सिंह ने बताया कि फिलहाल पुलिस इसे हादसा मानकर तफ्तीश कर रही है। साक्ष्य मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।