Kaimur News: सखी सह वन स्टॉप सेंटर में अब तक 645 मामले हुए दर्ज, मात्र 81 लंबित

कैमूर जिले में स्थित सखी सह वन स्टॉप सेंटर सह महिला हेल्पलाइन महिलाओं से जुड़े मामलों का निष्पादन कर रहा है। महिलाओं के द्वारा दर्ज कराए गए मामलों के बारे में संज्ञान लेते हुए महिला हेल्पलाइन विवादों को सुलझाने का काम करती है।

By Sumita JaiswalEdited By: Publish:Fri, 22 Oct 2021 02:55 PM (IST) Updated:Fri, 22 Oct 2021 02:55 PM (IST)
Kaimur News: सखी सह वन स्टॉप सेंटर में अब तक 645 मामले हुए दर्ज, मात्र 81 लंबित
महिला हेल्पलाइन विवादों को सुलझा कर टूटने से बचा रहा घर, सांकेतिक तस्‍वीर।

भभुआ, संवाद सहयोगी। कैमूर जिले में स्थित सखी सह वन स्टॉप सेंटर सह महिला हेल्पलाइन महिलाओं से जुड़े मामलों का निष्पादन कर रहा है। महिलाओं के द्वारा दर्ज कराए गए मामलों के बारे में संज्ञान लेते हुए महिला हेल्पलाइन विवादों को सुलझाने का काम करती है। कैमूर जिले में सखी सह वन स्टॉप सेंटर सह महिला हेल्पलाइन में अब तक कुल 645 मामले दर्ज हुए। जिसमें से अधिकांश मामलों को सुलझा दिया गया है। लेकिन अभी भी 81 मामले लंबित हैं। कैमूर जिले के कई लोगों का परिवार महिला हेल्पलाइन की वजह से टूटते - टूटते हुए बचा। अब तक जितने भी मामले दर्ज हुए हैं उसमें से अधिक मामले घरेलू ङ्क्षहसा के मामले दर्ज किए गए हैं। महिला हेल्पलाइन के सदस्य व संरक्षण पदाधिकारी की देखरेख में ज्यादातर मामलों का निष्पादन किया जा चुका है। अब मात्र 78 दर्ज मामले ही लंबित है। जिसके निष्पादन के लिए कार्य किया जा रहा है। अब तक दूसरे से रिश्ता रखने, दूसरे की बातों में आकर विवाद करना, गोतनी से लड़ाई, नाबालिग से छेड़छाड़, आपसी अनबन, शादी का झांसा देने,  दहेज आदि के मामले महिला हेल्पलाइन के समक्ष आए हैं। इस संबंध में परियोजना प्रबंधक सह संरक्षण पदाधिकारी महिला हेल्पलाइन विनीता गुप्ता ने बताया कि हेल्पलाइन में जो भी मामले आते हैं। उसका निष्पादन कराते हुए परिवार को जोड़े रखने का भी पूरा प्रयास रहता है। इसके साथ महिला को न्याय मिल सके इसका भी ध्यान रखा जाता है।

किस आरोप में कितने मामले दर्ज 

हिंसा का प्रकार       कुल मामले    -  लंबित मामले

घरेलू हिंसा -             579        -      73

दहेज हत्या  -              01     -        0

दहेज प्रताडऩा  -       16                 01

द्वितीय विवाह-           01                 01

दुष्कर्म -                   01                 00

यौन शोषण -             13                01

मानव व्यापार            00                00

जमीनी विवाद           06                01

छेड़छाड़ व उत्पीडऩ   06               01

सोशल मीडिया पर अभद्रता 02        00

अन्य -                           20           03

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