Kaimoor News: 20 अक्टूबर को मनाया जाएगा सफेद छड़ी दिवस, जानिए इस दिवस के मायने
व्हाइट केन सेफ्टी डे या सफेद छड़ी दिवस हर साल 15 अक्टूबर को मनाया जाता है। इस बाद 15 को दशहरा होने के कारण बिहार में 20 अक्टूबर को मनाया जाएगा। भभुआ में समाहरणालय परिसर से बच्चे रैली निकालेंगे। जानिए इस दिन का महत्व।
भभुआ, जागरण संवाददाता। बिहार शिक्षा परियोजना के अंतर्गत दृष्टिबाधित बच्चों के लिए संवेदनशील वातावरण निर्माण को लेकर प्रत्येक वर्ष 15 अक्टूबर को वर्ल्ड व्हाइट केन डे या सफेद छड़ी दिवस मनाया जाता है। लेकिन इस बार 15 अक्टूबर को दशहरा पर्व होने के कारण यह दिवस 20 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इस संबंध में सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी मिथिलेश कुमार ने बताया कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य दृष्टिबाधित बच्चों में आत्मविश्वास बढ़ाने के साथ-साथ समाज को उनके प्रति संवेदनशील बनाने के साथ ही उनके अधिकारों के प्रति सजग करना है। साथ ही ऐसे लोगों को जागरूक कर समाज की मुख्य धारा से जोडऩे का अभिनव प्रयास है।
इसलिए मनाई जाती विश्व सफेद छड़ी दिवस
उन्होंने कहा कि जिले के विभिन्न स्कूलों के अंतर्गत कैमूर जिले में कुल तीन से 18 वर्ष तक के 35 पूर्ण दृष्टिबाधित दिव्यांग छात्र-छात्राएं चिह्नित हैं। उन्होंने कहा कि सफेद छड़ी नेत्रहीनों के जीवन में महत्वपूर्ण स्थान रखती है। दृष्टिबाधित लोग चलने के लिए सफेद छड़ी का उपयोग करते हैं। यह छड़ी उन्हें स्वतंत्र रूप से धूमने-फिरने की आजादी देती है। अब यह छड़ी दृष्टिबाधितों की स्वतंत्रता, आत्मविश्वास और आजादी की प्रतीक बन गई है। वर्ल्ड व्हाइट केन डे मनाने की शुरुआत सबसे पहले अमेरिका के राष्ट्रपति लिंडन बी जॉनसन ने की थी। इस दिन दृष्टिबाधित लोगों और बच्चों की उपलब्धियों का जश्न मनाने के साथ ही उन्हें पुरस्कृत भी किया जाता है।
हर वर्ष बिहार में भी मनाया जाता
मिथिलेश कुमार ने बताया कि सरकार चाहती है कि ऐसे दृष्टिहीन बच्चे समाज की मुख्य धारा में जुड़े। उनके लिए लोगों में संवेदनशीलता जगाई जाए। इसलिए यह दिवस प्रत्येक वर्ष बिहार शिक्षा परियोजना की देखरेख में आयोजित किया जाता है।