भभुआ में प्रशिक्षण में किसानों को दी गई उन्नत खेती की जानकारी, दस हजार रुपये देकर प्रोत्साहित कर रही है सरकार

सरकार उन्नत खेती करने वाले किसानों को दस हजार रुपये देकर प्रोत्साहित भी कर रही हैं। सरकार ने रबी फसल में गेहूं चना सरसो मसूर आदि फसलों का आच्छादन का लक्ष्य निर्धारित किया है। जिसके तहत किसानों को उत्पादन की जानकारी तकनीकी विधि से करने में मददगार साबित होगी।

By Prashant Kumar PandeyEdited By: Publish:Sun, 07 Nov 2021 04:21 PM (IST) Updated:Sun, 07 Nov 2021 04:21 PM (IST)
भभुआ में प्रशिक्षण में किसानों को दी गई उन्नत खेती की जानकारी, दस हजार रुपये देकर प्रोत्साहित कर रही है सरकार
दस हजार रुपये देकर प्रोत्साहित कर रही है सरकार

 संवाद सूत्र, रामगढ़: प्रखंड के ई किसान भवन के प्रांगण में रबी महा अभियान सह उपादान कार्यक्रम का एक दिवसीय प्रशिक्षण संपन्न हो गया। प्रशिक्षण का उद्घाटन प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रदीप कुमार व आत्मा उपनिदेशक नवीन कुमार द्वारा संयुक्त रुप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया। 2021-22 रबी महाभियान महोत्सव के दौरान प्रखंड क्षेत्र के उपस्थित किसानों ने इस पाठशाला में कृषि के तकनीक की जानकारी प्राप्त की। वैज्ञानिकों ने खरीफ फसल की कटाई के बाद गेहूं की बोआई के समय व तरीके की जानकारी दी तथा कहा कि कम लागत में अधिक उत्पादन कर किसान समृद्धशाली बन सकते हैं।

दस हजार रुपये देकर प्रोत्साहित भी कर रही सरकार

 सरकार उन्नत खेती करने वाले किसानों को दस हजार रुपये देकर प्रोत्साहित भी कर रही हैं। यह भी बताया गया कि सरकार ने रबी फसल में गेहूं, चना, सरसो, मसूर आदि फसलों का आच्छादन का लक्ष्य निर्धारित किया है। जिसके तहत किसानों को उत्पादन की जानकारी तकनीकी विधि से करने में मददगार साबित होगी। अनुदानित दर पर उपलब्ध बीज व मुख्यमंत्री तीव्र बीज योजना के बारे में विस्तार से जानकारी किसानों को दी गई। डीबीडब्ल्यू बीज 10 क्विंटल बीघे के हिसाब से पैदावार होनी है। जो धान से भी अधिक उत्पादन होगा।

कटनी के बाद पराली खेत में बिल्कुल न जलाएं

अगले साल से इस बीज का विस्तार अपने यहां पर्याप्त मात्रा में हो जाएगा। वैज्ञानिकों ने किसानों को सुझाव व सलाह दिया कि धान कटनी के बाद पराली खेत में बिल्कुल न जलाएं। इससे न खेतों की उर्वरा शक्ति कमजोर होती है बल्कि सूक्ष्म तत्व जो पौधे के विकास के लिए रहते हैं वो मर जाते हैं। इस खर पतवार के लिए अब यांत्रिक मशीन भी खेतों की बोआई के लिए जिले में आ गई है। जिससे एक बार में ही जोताई व बोआई का कार्य संपन्न हो जाएगा।

इस दौरान कृषि वैज्ञानिक अमित कुमार, कृषि समन्वयक जितेंद्र सिंह, तकनीकी प्रबंधक अरुण कुमार पांडेय, राहुल कुमार, जयप्रकाश सिंह, अरविंद राय, शैलेंद्र कनौजिया, प्रभात कुमार सिंह, रंजन कुमार, पूजा पांडेय, विजय गिरी, दीपक सिंह आदि कृषि विभाग के लोगों ने भी अपने स्तर से रबी फसल की बोआई की जानकारी दी। इस दौरान काफी संख्या में किसान मौजूद रहे।

chat bot
आपका साथी