महंगाई ने तोड़ी सासाराम के लोगों की कमर, सब्जी से लेकर रसोई गैस तक के बढ़े दाम; जनता परेशान

त्योहार के सीजन में महंगाई की मार से आम आदमी की हालत पतली हो रही है। पेट्रोल-डीजल से लेकर रसोई गैस और खाने-पीने के समान की कीमत लगातार बढ़ रही है। महंगाई का सीधा असर आम आदमी के जेब पर पड़ रहा है।

By Prashant KumarEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 01:01 PM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 01:01 PM (IST)
महंगाई ने तोड़ी सासाराम के लोगों की कमर, सब्जी से लेकर रसोई गैस तक के बढ़े दाम; जनता परेशान
सब्‍जी और गैस के दाम बढ़े। सांकेतिक तस्‍वीर।

जागरण संवाददाता, सासाराम। त्योहार के सीजन में महंगाई की मार से आम आदमी की हालत पतली हो रही है। पेट्रोल-डीजल से लेकर रसोई गैस और खाने-पीने के समान की कीमत लगातार बढ़ रही है। महंगाई का सीधा असर आम आदमी के जेब पर पड़ रहा है। आम आदमी को अब आने वाली दीवाली से लेकर छठ पूजा के बीच पडऩे वाले त्योहार की चिंता सताने लगी है। कम आमदनी वाले लोग खुशियों व परंपरा के इस त्योहार को कैसे मनाएंगे इसे ले उनकी परेशानी बढ़ गई है। सब्जी से लेकर सरसों तेल की बढ़ी कीमत के कारण खाने की थाल से कई व्यंजन अब गायब होने लगे है।

सब्जियों के दाम भी छू रहे आसमान

बाजार में हरी सब्जी की कीमतों में भी काफी इजाफा होने से आम आदमी परेशान दिख रहा है। बाजार में हरी सब्जी की औसतन कीमत 60 रुपये प्रति किलो तक जा पहुंची है। परवल, भिंडी, बैंगन, नेनुआ, हरा केला समेत कई अन्य सब्जियों की कीमत औसतन कीमत 60 रुपये के आसपास है। हरा धनिया भी 300 से 400 रुपए और हरा मटर भी 200 रुपए प्रति किलो बिक रहा है।  गोला सब्जी मंडी के थोक विक्रेता राशीद राइन बताते है कि भारी बारिश की वजह बाजार में इनकी आवक घटी है और पेट्रोल-डीजल के दामों में बेहताशा बढ़ोत्तरी भी इसकी बड़ी वजह है।

टमाटर हुआ और लाल

शहर  में टमाटर का भाव 60 से 65  रुपये किलो तक पहुंच गया है जबकि 15 दिन  पहले इसका भाव 40 रुपये किलो था। टमाटर के साथ-साथ परवल का भाव 60 रुपए को पार हो गया है। बैंगन जैसी सब्जी भी 60 रुपये किलो और पुराना आलू 20 रुपये किलो तो नया आलू 40 रुपए प्रति किलो के भाव बिक रहा है। मौसमी सब्जी फूल गोभी प्रति पीस 50 से 60 रुपये की दर से बिक रही है।

एक हजार के पास पहुंचा रसोई गैस सिलेंडर

घर का बजट बिगाड़ने में अब रसोई गैस भी पीछे नहीं है। घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमत एक हजार के आसपास पहुंच गया है। अधिवक्ता हेमंत सिंह बताते है कि एक जनवरी 2021 से लेकर एक अक्टूबर 2021 तक प्रति सिलेंडर कीमत में 193 रुपये का इजाफा हुआ है। उज्ज्वला योजना के नाम पर दिए गए गरीबों के कनेक्शन का अब सिलेंडर खरीदना उनके बूते से बाहर हो रहा है।

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