Indian Railway Mission Raftar: डीडीयू-गया रेलखंड पर हाईस्पीड में दौड़ेगी ट्रेनें, तैयार किया जा रहा है रेलवे ट्रैक
मिशन रफ्तार के अंतर्गत भारतीय रेल द्वारा प्रमुख रेल रूटों पर ट्रेन की अधिकतम परिचालन गति क्षमता 160 किमी प्रति घंटा करने की योजना पर कार्य किया जा रहा है। इसी क्रम में डीडीयू-गया रेलखंड पर बड़े पैमाने पर उन्नयन व ट्रैक सुदृढ़ीकरण का कार्य हो रहा।
गया, जागरण संवाददाता। मिशन रफ्तार के अंतर्गत भारतीय रेल द्वारा प्रमुख रेल रूटों पर हाईस्पीड में ट्रेनें चलाने हेतु रेलवे ट्रैक की अधिकतम परिचालन गति क्षमता 160 किमी प्रति घंटा करने की योजना पर कार्य किया जा रहा है। दिल्ली-हावड़ा ग्रैंडकॉर्ड रूट पर इस योजना के क्रियान्वयन के क्रम में मंडल रेल प्रबंधक राजेश कुमार पांडेय के दिशा निर्देशन में पंडित दीन दयाल उपाध्याय मंडल (डीडीयू मंडल) के डीडीयू-गया रेलखंड पर बड़े पैमाने पर उन्नयन व ट्रैक सुदृढ़ीकरण का कार्य किया जा रहा है। इसी क्रम 160 किलोमीटर प्रति घंटा की अधिकतम परिचालन गति क्षमता के लिए रेलवे ट्रैक सुदृढ़ीकरण हेतु पंडित दीन दयाल उपाध्याय मंडल द्वारा ग्रैंड कॉर्ड पर डीडीयू-गया रेलखंड में विभिन्न स्टेशनों पर चिन्हित टर्नआउट पर थिक वेब स्विच लगाने का कार्य तेज गति से किया जा रहा है। अब तक 50 थिक वेब स्विच लगाए जा चुके हैं।
लगाया जा रहा थिक वेब स्विच
रेलवे ट्रैक पर एक पटरी से दूसरी पटरी पर ट्रेन की दिशा बदलने के लिए टर्नआउट बने होते हैं। उच्च गति क्षमता के लायक मजबूत और टिकाऊ बनाने के लिए अब इन टर्नआउट में परंपरागत स्विच के स्थान पर थिक वेब स्विच लगाए जा रहे हैं। विदित हो कि ट्रायल के तौर पर पंडित दीन दयाल उपाध्याय मंडल में पहला थिक वेब स्विच सेट सोन नगर स्टेशन पर डाउन लाइन में पॉइंट नंबर 89बी पर 30 मई 2019 को लगाया गया था। यह डीडीयू मंडल के साथ पूर्व मध्य रेल में लगाया जाने वाला पहला थिक वेब स्विच सेट था।
डीडीयू मंडल में पहले संबंधित लाइन पर ट्रैफिक ब्लॉक लेकर एक थिक वेब स्विच सेट लगाने में लगभग 270 मिनट का समय लग जाता था। समय के साथ सटीक योजना और विभागीय समन्वय के फलस्वरूप वर्तमान में यह कार्य मात्र 180 मिनट में किया जा रहा है।
160 किलोमीटर प्रति घंटा की गति क्षमता के लिए रेलवे ट्रैक के सुदृढ़ीकरण के क्रम में डीडीयू मंडल द्वारा डीडीयू-गया रेलखंड में कुल 351 थिक वेब स्विच सेट लगाए जाने हैं। डीडीयू मंडल द्वारा यह कार्य मार्च-2024 तक पूरा कर लिया जाना संभावित है।
मुख्य बातें
- उच्च गति क्षमता के लिए डीडीयू-गया रेलखंड में ट्रैक सुदृढ़ीकरण हेतु थिक वेब स्विच लगाये जा रहे हैं
- अब तक 50 थिक वेब स्विच लगाए जा चुके हैं
- थिक वेब स्विच परंपरागत स्विच से ज्यादा मजबूत व टिकाऊ तथा उनका सेवाकाल भी लगभग 4 गुना अधिक
- थिक वेब स्विच युक्त टर्नआउट पर ट्रेन के ट्रैक बदलते समय नहीं लगेगा झटका
थिक वेब स्विच से यह होगा फायदा
परंपरागत स्विच की तुलना में थिक वेब स्विच ज्यादा मजबूत व टिकाऊ होते हैं तथा इनका सेवाकाल भी लगभग चार गुना अधिक होता है। टर्नआउट में परंपरागत स्विच के स्थान पर थिक वेब स्विच लगाए जाने से रेलवे ट्रैक की गति क्षमता बढ़ाने में मदद मिलेगी। साथ ही रेल परिचालन की संरक्षा में भी उल्लेखनीय बढ़ोतरी होगी। थिक वेब स्विच वाले टर्नआउट पर जब ट्रेन एक पटरी से दूसरी पटरी की ओर दिशा बदलेगी तो झटके का अनुभव न के बराबर होगा।
डीडीयू-गया ग्रैंड कॉर्ड रेलखंड पर पहले से ही एलएचबी कोच वाली विभिन्न यात्री ट्रेनें वर्तमान में 130 किलोमीटर प्रति घंटा की अधिकतम गति सीमा के साथ परिचालित की जा रही हैं।