जीविका समितियों के लिए खुशखबरी, स्वावलंबी महिला संगठनों को मिला सहकारिता विभाग से निबंधन
गरीबी उन्मूलन को ले बिहार सरकार की पहल पर जीविका से जुड़ी महिलाओं के संगठनों को सहकारिता विभाग से भी मान्यता प्राप्त होने लगी है। जिला सहकारिता पदाधिकारी समरेश कुमार ने जीविका के तीन संकुल समितियों को निबंधन प्रमाण पत्र उपलब्ध कराया गया।
संवाद सूत्र, संझौली (सासाराम)। गरीबी उन्मूलन को ले बिहार सरकार की पहल पर जीविका से जुड़ी महिलाओं के संगठनों को सहकारिता विभाग से भी मान्यता प्राप्त होने लगी है। जिला सहकारिता पदाधिकारी समरेश कुमार ने जीविका के तीन संकुल समितियों को निबंधन प्रमाण पत्र उपलब्ध कराया गया, जिसमें संघर्ष जीविका महिला विकास स्वावलंबी सहकारी समिति संझौली भी शामिल है।
जिले में पहली बार जीविका के संकुल समितियों को निबंधित किया गया है। आईबीसीबी प्रबंधक उत्पल कान्त ने बताया कि जिले के संझौली प्रखंड के संघर्ष संकुल समिति का निबंधन बिहार स्वावलंबी सहकारी समिति अधिनियम के अधीन किया गया है। समितियों को प्रमाण पत्र सहायक निबंधक सहयोग समितियां बिक्रमगंज अंचल कार्यालय से निर्गत किया गया है। निबंधन से महिलाओं के संगठनों को एक वैधानिक मान्यता प्राप्त हो रही है।
अभी तक जीविका के मात्र 12 संकुल समिति का निबंधन सहकारिता विभाग के अंतर्गत हुआ है, उसमें से रोहतास जिले के संझौली प्रखंड भी शामिल है। संघर्ष जीविका महिला विकास स्वावलंबी सहकारी समिति संझौली की अध्यक्ष कुमारी लता देवी ने बताया कि निबंधन से उनके संकुल की दीदियों को एक नई पहचान प्राप्त हो रही है। क्षेत्रीय समन्वयक संझौली के राकेश रंजन ने निबंधन की खुशी जाहिर करते हुए दीदियों के प्रति अपनी जिम्मेवारी भी बढऩे की बात स्वीकारी। मौके पर सहकारिता कार्यालय के कुणाल, लिपिक रामबाबू, मनमोहन सिंह, शीला देवी, सविता देवी, मास्टर बुक कीपर सुमित कुमार, सरोज कुमार भी उपस्थित थे।