Gaya: मतगणना केंद्र पर कोविड-19 गाइडलाइंस की उड़ी धज्जियां, न मास्क और न शारीरिक दूरी का पालन
कोरोना केस में कमी आते ही लोग इस महामारी को भूल गए। जब स्थिति पटरी पर आने लगी तो लाेगों ने सुरक्षा के सारे उपाय छोड़ दिए। इसकी बानगी गया के मतदान केंद्र पर भी देखने को मिली जहां अधिकारियों के सामने कोविड-19 गाइडलाइंस की धज्जियां उड़ रही थीं।
जागरण संवाददाता, गया। कोरोना केस में कमी आते ही लोग इस महामारी को भूल गए। जब स्थिति पटरी पर आने लगी तो लाेगों ने सुरक्षा के सारे उपाय छोड़ दिए। इसकी बानगी गया के मतदान केंद्र पर भी देखने को मिली, जहां अधिकारियों के सामने कोविड-19 गाइडलाइंस की धज्जियां उड़ रही थीं। लोग न तो खुद सजग थे और न ही अधिकारियों में कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर संजीदगी दिखी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पंचायत चुनाव से पहले कहा था कि मतदान और मतगणना के दौरान कोरोना गाइडलाइंस का पालन किया जाना चाहिए। वोटर, मतदानकर्मी, सुरक्षाकर्मी सभी मास्क लगाएंगे। शारीरिक दूरी बनाकर लाइन लगाई जाएगी। लेकिन, न तो मतदान के दौरान इसकी पालन हुआ और न ही मतगणना के समय ऐसा कुछ देखने को मिला।
गया जिला के दो प्रखंड बेलागंज और खिजरसराय में 24 सितंबर को संपन्न पंचायत चुनाव के बाद रविवार को गया कॉलेज मतगणना केंद्र के अंदर अराजक माहौल देखने को मिला। मुख्य द्वार से प्रवेश के दौरान पदाधिकारी, कर्मी और समर्थक मास्क में दिखे, लेकिन जैसे ही काउंटिंग हॉल पहुंचे कि उन्होंने चेहरे से उतार कर पॉकेट में रख लिया। मतगणना केंद्र में प्रवेश करने से पहले सैनिटाइजर दिया जाना चाहिए थे, मगर ऐसा नहीं किया गया। भीड़ में खड़े समर्थक और कार्यकर्ता शारीरिक दूरी का पालन बिल्कुल भी नहीं कर रहे थे।
गौरतलब है कि गया के जिलाधिकारी अभिषेक सिंह ने इस संबंध में सभी पदाधिकारियों को निर्देश दिए थे। उन्होंने कहा था कि कोविड-19 की गाइडलाइंस का सख्ती से पालन कराया जाए। अगर इसमें कोई सहयोग न करे तो उसपर कार्रवाई भी होनी चाहिए। इसे लेकर प्रत्याशियों के साथ भी बैठक की गई थी। उनसे स्पष्ट कहा गया था कि मतगणना केंद्र के बाहर भीड़ नहीं लगानी है। किसी तरह का विजयी जुलूस नहीं निकाला जाएगा। नियम तोड़ने वालों के खिलाफ विधि-सम्मत कार्रवाई की जाएगी। लेकिन, बैठक की बातें वहीं तक सीमित रही।