औरंगाबाद में मंदिर तोडऩे पर मुस्लिम समुदाय ने किया प्रदर्शन, कहा-किसी भी धर्मस्‍थल पर ठेस बर्दाश्‍त नहीं

मदनपुर थाना क्षेत्र के शिवगंज स्थित एनएच-टू के किनारे बने एक विशाल मंदिर को सड़क चौड़ीकरण मामले में प्रशासन द्वारा तोड़वा दिया गया है। इसे लेकर जामा मस्जिद के बाहर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया। उन्‍होंने पटना हाई कोर्ट में रिट दाखिल करने को कहा

By Sumita JaiswalEdited By: Publish:Tue, 10 Aug 2021 11:47 AM (IST) Updated:Tue, 10 Aug 2021 12:49 PM (IST)
औरंगाबाद में मंदिर तोडऩे पर मुस्लिम समुदाय ने किया प्रदर्शन, कहा-किसी भी धर्मस्‍थल पर ठेस बर्दाश्‍त नहीं
जीटी रोड सिक्स लेन निर्माण कार्य को तोडे गए मंदिर के विरोध में प्रदर्शन करते मुस्लिम समुदाय। जागरण फोटो।

औरंगाबाद, जागरण संवाददाता। मदनपुर थाना क्षेत्र के शिवगंज स्थित एनएच-टू के किनारे बने एक विशाल मंदिर को सड़क चौड़ीकरण मामले में प्रशासन द्वारा तोड़वा दिया गया है। जिस लेकर सोमवार को जामा मस्जिद के बाहर मुस्लिम समुदाय के लोग सड़क पर उतर गए और प्रदर्शन करने लगे। वहीं मुस्लिम समुदाय के द्वारा इस कदम से शहर में एकता का संदेश दिया है। कहा कि किसी भी धर्म स्थल पर ठेस पहुंचेगी तो बर्दाश्त नहीं होगी। कहा कि सावन के महीने में मंदिर को तोडऩा एक अपराध से कम नहीं है।

कांग्रेसी नेता मो. शाहनवाज रहमान उर्फ सल्लू खान, वार्ड पार्षद सिकंदर हयात, मो. जुल्फिकार, मो. लाड़ले, शहाबुद्दीन उर्फ नन्हे कुरैशी कहा कहना है कि किसी भी धर्मस्थल को हटाने से पहले लोगों से बातचीत कर लेनी चाहिए थी। आपसी समझौता से मंदिर को कहीं और शिफ्ट कर देना चाहिए था। मंदिर गिराए जाने से मुस्लिम समुदाय के लोग काफी नाराज है, क्‍योंकि धर्मस्थल किसी का भी हो, वह कोई खिलौना नहीं है जिसको जब मनचाहा वहां से तोड़कर हटा दिया। मंदिर के टूटने से मुस्लिम समुदाय के लोग काफी दुखद हैं।

कहा, पटना हाई कोर्ट में रिट दाखिल करेंगे

बताया जाता है कि मंदिर को वहां के ग्रामीणों ने बनवाया था। 15 वर्ष पूर्व भी मंदिर हटाने की बात आई तो औरंगाबाद के पूर्व सांसद श्यामा सिंह ने मंदिर को तुड़वाने से बचाया था, बल्कि श्यामा सिंह ने मंदिर को सही तरीके से बचाने के लिए अच्छा काम किए थे, मगर आज यह मंदिर हटा दिया गया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि हम लोग मुस्लिम समुदाय के लोग पटना उच्च न्यायालय में रिट याचिका दाखिल करेंगे एवं इसके खिलाफ आंदोलन करेंगे । सल्लू ने कहा कि मंदिर मामले हम लोग पटना उच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता से बातचीत हुई है। राय लेकर जल्द ही रिट याचिका फाइल की जाएगी। उसके बाद न्यायालय का जो भी फैसला होगा, हम लोग मानेंगे।

इस मौके पर मो. इबरार, मो. नईम, नत्थू कुरैशी, मो.अनवर आलम, मो. इरशाद आलम, मो. कमाल, टिक्का खान, आरिफ खान, मो. जीशान,मो. इफ्तेखार, मो. चांद, मो. साहिल, मो. अयूब, मो. परवेज, मो. तौफीक, मो.खुर्शीद, मो. अरमान, मो. जसीम अंसारी सहित उपस्थित रहे।

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