औरंगाबाद के सदर अस्पताल में 52 की जगह पदस्थापित हैं 14 चिकित्सक, दबाव बनाने पर दे देते हैं इस्तीफा

औरंगाबाद में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है और चिकित्सकों की संख्या लगातार घटती जा रही है। ड्यूटी के लिए जब चिकित्सकों पर दबाव बनाया जाता है तो कागज पर इस्तीफा लिख फरार हो जाते हैं। 08 की जगह मात्र तीन महिला चिकित्सक यहां कार्यरत हैं ।

By Prashant Kumar PandeyEdited By: Publish:Tue, 05 Oct 2021 06:51 PM (IST) Updated:Tue, 05 Oct 2021 06:51 PM (IST)
औरंगाबाद के सदर अस्पताल में 52 की जगह पदस्थापित हैं 14 चिकित्सक, दबाव बनाने पर दे देते हैं इस्तीफा
औरंगाबाद के सदर अस्पताल का भवन जहां चिकित्सक दे देते इस्तीफा

जागरण संवाददाता, औरंगाबाद : सदर अस्पताल में चिकित्सक नहीं है। मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है और चिकित्सकों की संख्या लगातार घटती जा रही है। जो चिकित्सक पदस्थापित हैं वे अस्पताल में ड्यूटी करना नहीं चाहते हैं। ड्यूटी के लिए जब दबाव बनाया जाता है तो कागज पर इस्तीफा लिख फरार हो जाते हैं।नियम यह है कि जब तक इस्तीफा मंजूर न हो जाए अस्पताल छोड़कर नहीं जा सकते हैं परंतु यहां ऐसा नहीं हो रहा है। चिकित्सक अपनी मर्जी से इस्तीफा देकर चले जाते हैं। सिविल सर्जन डा. कुमार वीरेंद्र प्रसाद ने बताया कि सदर अस्पताल में चिकित्सकों का कुल 52 पद स्वीकृत है। वर्तमान में 14 चिकित्सक कार्यरत हैं। 

सर्जन चिकित्सक न होने के कारण सर्जरी बंद

अस्पताल में सर्जन चिकित्सक न होने के कारण सर्जरी बंद है। इएनटी के चिकित्सक न होने के कारण नाक, कान एवं गला का इलाज नहीं हो पा रहा है। गैस्ट्रोलाजी चिकित्सक का पद वर्षों से खाली है। निश्चेतक के पद पर कार्यरत डा. प्रकाश कुमार तीन माह से अस्पताल नहीं आ रहे हैं। बगैर सूचना के गायब हैं। चर्म रोग के चिकित्सक न रहने से मरीजों का इलाज नहीं हो पा रहा है।

आइसीयू की स्थिति सबसे बदतर

आइसीयू में चिकित्सक के न होने के कारण स्थिति अत्यंत बदतर हो गई है। मरीजों की सुविधा के लिए इसी वर्ष मई माह में आइसीयू की शुरुआत की गई थी। तब इसके संचालन के लिए डा. जेबा रफीक एवं डा. फरहत रफीक को बहाल किया गया था। दोनों तीन माह तक कार्यरत रहे परंतु अस्पताल नहीं आने लगे तो हंगामा हुआ। दोनों आइसीयू में ही कागज पर इस्तीफा देकर चले गए। सिविल सर्जन को सूचना नहीं दिया। इसी तरह महिला चिकित्सक डा. सोबिया अकरम एवं डा. अंशू प्रिया ने इस्तीफा दे दिया। सदर अस्पताल में महिला चिकित्सक के आठ पद स्वीकृत हैं परंतु मात्र तीन चिकित्सक कार्यरत हैं।

पांच चिकित्सकों पर कार्रवाई को लिखा है पत्र : सीएस

सिविज सर्जन डा. कुमार वीरेंद्र प्रसाद ने बताया कि सदर अस्पताल में पदस्थापित चिकित्सक बगैर सूचना के फरार हो जा रहे हैं। कागज पर इस्तीफा देकर चले जा रहे हैं। ऐसे चिकित्सकों पर कार्रवाई के लिए विभाग को पत्र लिखा गया है। जिन चिकित्सकों ने इस्तीफा दिया है वह नियमानुसार नहीं है। जब तक इस्तीफा स्वीकृत नहीं हो जाता तब तक उन्हें अस्पताल में कार्य करना है परंतु ऐसा नहीं हो रहा है। उन्होंने बताया कि इस्तीफा दिए चिकित्सक डा. जेबा रफीक, डा. फरहत रफीक, महिला चिकित्सक डा. सोबिया अकरम, डा. अंशु प्रिया एवं निश्चेतक डा. प्रकाश कुमार पर कार्रवाई के लिए विभाग को लिखा गया है। सीएस ने बताया कि ऐसे चिकित्सकों का रजिस्ट्रेशन रद होना चाहिए। 

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