Paddy Procurement: औरंगाबाद में दो महीने में लक्ष्य का महज एक तिहाई खरीदा गया धान, अब बचे हैं केवल आठ दिन
औरंगाबाद जिले में तीन लाख एमटी धान खरीदारी करनी थी। लेकिन अब तक करीब एक लाख एमटी की खरीदारी हो सकी है। इसमें से 21816 एमटी चावल की आपूर्ति हो सकी है। मदनपुर में किसानों से खरीदारी की गति काफी सुस्त है।
जागरण संवाददाता, औरंगाबाद। राज्य सरकार ने 31 जनवरी तक किसानों से धान क्रय (Paddy Procurement) की अंतिम तारीख घोषित की है। इस तरह से देखें तो धान की खरीदारी को अब मात्र सात दिन बचे हैं। लेकिन औरंगाबाद में स्थिति ऐसी है कि अब तक लक्ष्य का एक तिहाई भी धान खरीदा नहीं जा सका है। जिले में तीन लाख मीट्रिक टन धान खरीदारी का लक्ष्य रखा है। इसमें से शनिवार तक 1,07,730 मीट्रिक टन की खरीदारी हो सकी है। ऐसे में यह प्रश्न तो स्वाभाविक ही है कि जब दो माह में एक तिहाई तो अब आठ दिनों में कितना।
खरीदारी की अवधि बढाए जाने की चर्चा
खरीदारी की अवधि घटाए जाने से किसान मायूस हैं। अधिकारियों के माथे पर भी खरीदारी को लेकर बल पड़े हैं। वैसे चर्चा यह भी है कि सरकार अंतिम तिथि बढ़ा सकती है। कोरोना के कारण ऐसा संभव है। जिला सहकारिता पदाधिकारी (District Co-operative Officer) श्रीन्द्र नारायण ने बताया कि धान क्रय तेजी लाने का आदेश प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी( Block Co-operative Officer) के साथ पैक्स एवं व्यापार मंडल अध्यक्ष को दिया गया है। कुछ प्रखंडों में क्रय की स्थिति ठीक नहीं है। मदनपुर में धान क्रय की रफ्तार कमजोर है।
लक्ष्य के करीब तक पहुंचने का डीसीओ को है भरोसा
डीसीओ ने बताया कि शनिवार तक यहां मात्र 4,932 एमटी धान की खरीदारी संभव हो सकी है। हसपुरा प्रखंड में भी मात्र 7,667, देव में 7,873 एवं बारुण में 8,082 मीट्रिक धान खरीदे गए हैं। बारुण उपजाऊ इलाका है, बावजूद यहां धान क्रय की प्रगति धीमी है। अब तक 11,978 किसानों से धान की खरीदारी हो सकी है। सबसे अधिक धान की खरीदारी ओबरा प्रखंड में की गई है। वहां शनिवार तक का आंकड़ा 18,430 मीट्रिक टन रहा। रफीगंज एवं दाउदनगर प्रखंड में 11 हजार मीट्रिक टन से अधिक धान की खरीदारी हुई है। औरंगाबाद प्रखंड में धान क्रय में तेजी आई है। डीसीओ ने बताया कि राज्य खाद निगम को चावल देने के मामले में भी पैक्स एवं व्यापार मंडल अध्यक्ष सुस्त हैं। अब तक मात्र 21,816 मीट्रिक टन चावल की आपूर्ति की गई है। धान क्रय में तेजी लाने का निर्देश दिया गया है। डीसीओ ने बताया कि हम लक्ष्य के करीब जरूर पहुंचेंगे।