अगर चुराया गरीबों का राशन तो रामगढ़ जैसी होगी कार्रवाई, 45 आए जद में; जल्‍द आएगा बाकी का नंबर

सभी पीडीएस दुकानदारों को कटघरे में ला दिया है। एसडीएम मोहनियां द्वारा जांचोपरांत पाई गई अनियमितता में पांच दुकानों को रद्द कर दिया गया है तथा अन्य सभी पीडीएस दुकानदारों पर स्पष्टीकरण का पत्र भेजने से उन पर भी कार्रवाई की तलवार लटकती दिख रही है।

By Prashant KumarEdited By: Publish:Sat, 03 Apr 2021 02:35 PM (IST) Updated:Sat, 03 Apr 2021 02:35 PM (IST)
अगर चुराया गरीबों का राशन तो रामगढ़ जैसी होगी कार्रवाई, 45 आए जद में; जल्‍द आएगा बाकी का नंबर
गरीबों का राशन चुराने वाले दुकानदारों के लाइसेंस रद। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर।

संवाद सूत्र, रामगढ़ (भभुआ)। रामगढ़ प्रखंड के पांच पीडीएस दुकानों की अनुज्ञप्ति रद्द होने तथा 45 दुकानों पर स्पष्टीकरण की हुई कार्रवाई से हड़कंप मच गया है। यहां के सभी डीलरों पर एक साथ स्पष्टीकरण की कार्रवाई होते ही लोग ऊहापोह में फंसते नजर आ रहे हैं। रामगढ़ प्रखंड में इतनी बड़ी कार्रवाई होने से पीडीएस दुकानदारों में नाराजगी देखी जा रही है।

जाहिर सी बात है कि मामूली सी गड़बड़ी ने इन सभी पीडीएस दुकानदारों को कटघरे में ला दिया है। एसडीएम मोहनियां द्वारा जांचोपरांत पाई गई अनियमितता में पांच दुकानों को रद्द कर दिया गया है तथा अन्य सभी पीडीएस दुकानदारों पर स्पष्टीकरण का पत्र भेजने से उन पर भी कार्रवाई की तलवार लटकती दिख रही है। इन सभी दुकानदारों पर लगभग एक ही तरह का आरोप लगाया गया है। जिसको लेकर तरह तरह की चर्चाएं भी शुरू हो गई हैं। रामगढ़ में यह मामला तब सुर्खियों में आया था जब यहां के राजद विधायक सुधाकर सिंह ने उपभोक्ताओं की शिकायत पर अनुमंडल व जिला प्रशासन से इस दिशा में जांच करने की बात कही थी। तब उनकी बात को जिला प्रशासन द्वारा हल्के में लिया गया था।

नतीजा यह हुआ कि विधायक ने प्रधान सचिव को पत्र लिखकर पीडीएस में भारी पैमाने पर फर्जीवाड़ा होने की शिकायत की। जिसके आलोक में कैमूर जिले के रामगढ़ प्रखंड में जांच करने के लिए पटना से टीम गठित हुई थी। बीते 12 फरवरी को खाद्य आपूर्ति विभाग के राज्य निदेशक व मोहनियां एसडीएम अमृषा बैंष के नेतृत्व में जांच दल द्वारा प्रखंड के सभी पीडीएस दुकानों की जांच की गई थी। तब मीडिया से भी बात करने से ये पदाधिकारी परहेज किए थे। यहां तक की फोटो लेने से भी पत्रकारों को रोका जा रहा था। जांच के कुछ दिनों बाद पैसे का लेनदेन होने की शिकायत भी मिली थी। कुछ डीलरों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि 32 लाख रुपये की डिमांड हो रही थी। मोटी रकम नहीं देने के चलते पीडीएस दुकादारों पर कार्रवाई हो रही है। जबकि बिहार के अन्य किसी प्रखंड में इस तरह की एक साथ कार्रवाई नहीं हो रही।

इस संबंध में एसडीएम अमृषा बैंष ने कहा कि अनियमितता के आरोप में रामगढ़ में पांच पीडीएस दुकान रद्द कर दिया गया है। इसके अलावा रामगढ़ के सभी पीडीएस दुकानदारों पर स्पष्टीकरण किया गया है। जिसकी भी मियाद पूरी हो गई है। कुछ लोग जवाब भी दिए हैं। एक और मौका इसके लिए दिया जा रहा है। फिर भी स्पष्टीकरण का संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो अग्रेतर कार्रवाई इनपर भी होगी।

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