Kaimur: नए सत्र में कैसे होगी स्‍कूलों में पढ़ाई, अभी तक नहीं हुई है एक भी शिक्षक की प्रतिनियुक्ति

कोरोना की वजह से स्‍कूल बंद पड़े हैं। लेकिन जब स्‍कूल खुलेंगे तो फिर पढ़ाई कैसे होगी इसको लेकर लोगों को चिंता सता रही है। क्‍योंकि अभी तक एक भी उत्‍क्रमित उच्‍च विद्यालयों में शिक्षक की तैनाती नहीं की गई है।

By Vyas ChandraEdited By: Publish:Sun, 13 Jun 2021 11:41 AM (IST) Updated:Sun, 13 Jun 2021 11:41 AM (IST)
Kaimur: नए सत्र में कैसे होगी स्‍कूलों में पढ़ाई, अभी तक नहीं हुई है एक भी शिक्षक की प्रतिनियुक्ति
प्रखंड संसाधन केंद्र नुआंव का भवन। जागरण

नुआंव (कैमूर), संवाद सूत्र। प्रखंड के उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालयों में एक भी शिक्षक की नियुक्ति‍ नहीं हो सकी है। जबकि नया शैक्षणिक सत्र  प्रारंभ होने वाला है। वैसे तो नए सत्र की शुरुआत एक अप्रैल से ही हो जाती है लेकिन इस वर्ष कोरोना के प्रकोप के कारण अभी तक शैक्षणिक संस्थानों को बंद रखा गया है। नए शैक्षणिक सत्र में जब विद्यालय अप्रैल में विद्यालय खुले तो शिक्षकों की कमी महसूस की गई । इसके बाद मई में लॉकडाउन लग गया जिसके कारण विशेष समस्या नजर नहीं आई। परंतु अब जब लॉकडाउन के बाद विद्यालय नियमित खुलेंगे, तो एक फिर स्कूल तथा विद्यार्थी दोनों को इस समस्या से दो चार होना पड़ेगा । जब विद्यालय में शिक्षक हीं नहीं रहेंगे तो सरकारी संकल्पना कि प्रत्येक पंचायत में एक उच्च विद्यालय होगा, छात्रों को विद्यालय के लिए अधिक दूर नहीं जाना होगा और गुणवता पूर्ण शिक्षा पर प्रश्नचिह्न लग सकता है ।

हर पंचायत में माध्‍यमिक विद्यालय की संकल्‍पना कैसे होगी सफल

उल्लेखनीय है कि सरकार की मंशा है कि कोई भी बच्चा विद्यालय में नामांकित होने से छूटने न पाए तथा उनके घर के नजदीक ही पढ़ने के अवसर उपलब्ध हों। इसी को ध्यान में रखते हुए प्रत्येक पंचायत में एक-एक माध्यमिक विद्यालय खोलने की व्यवस्था की गई थी। नुआंव प्रखंड में कुल दस पंचायत है जिसमे नुआंव , मुखराव और दुमदुमा पंचायत में पहले से ही उच्च विद्यालय स्थापित थे । शेष सात पंचायतों अखिनी , अकोल्ही, चंडेस , तरैथा , अवंती ,  पजराव और कोटा में पिछले शैक्षणिक सत्र से हीं एक,एक मध्य विद्यालयों को उत्क्रमित कर उच्च विद्यालय बनाया गया था ।

कॉलेजों के बीएड डिग्रीधारी शिक्षकोंं की तैनाती का है निर्देश 

इन विद्यालयों में शिक्षकों की कमी को देखते हुए व्यवस्था बनाई गई थी कि जब तक नए शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हो जाती है तब तब मध्यविद्यालयों के बीएड डिग्रीधारी शिक्षकों को उत्क्रमित उच्च विद्यालयों में प्रतिनियुक्ति करके कक्षा का संचालन प्रारंभ किया जाएगा। इसके लिए पिछले वर्ष जिला द्वारा ऐसे शिक्षकों की लिस्ट भी मांगी गई थी जिसे उपलब्ध भी करा दिया गया था लेकिन अभी तक नुआंव प्रखंड में इन विद्यालयों में किसी भी शिक्षक की प्रतिनियुक्ति नही हो पाई है। जबकि जिले के अन्य प्रखंडों में कुछ विद्यालयों में प्रतिनियुक्ति हो गई है । इस विषय पर अप्रैल माह में हीं डीईओ सूर्य नारायण से पूछा गया था तो उन्होंने कहा था कि मेरे पास शिक्षकों की लिस्ट है यदि किसी विद्यालय के प्रधानाध्यापक द्वारा शिक्षकों की मांग की जाती है तो वहां शिक्षक उपलब्ध करा दिया जाएगा । अप्रैल से अभी तक न तो किसी प्रधानाध्यापक द्वारा शिक्षकों की मांग की गई और न हीं जिला से शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति की गई ।

स्‍कूल से मांग होगी तब तो होगी प्रतिनि‍युक्ति

पूछने पर डीईओ ने अप्रैल माह में हीं बताया था कि प्रखंड से बीएड डिग्रीधारी शिक्षकों की सूची उपलब्ध करा दी गई है । लेकिन उत्क्रमित उच्च विद्यालयों के प्रधानाध्यकों द्वारा शिक्षकों की मांग नहीं की जा रही है जिसके कारण शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति नहीं हो पा रही है । जिन जिन विद्यालयों ने शिक्षकों की मांग की थी,वहां शिक्षक उपलब्ध करा दिए गए हैं । जब तक विद्यालयों द्वारा मांग नहीं की।जाएगी तब तक कैसे पता चलेगा कि किस विद्यालय में कितने  शिक्षक की आवश्यकता है । यदि वे मांग करते हैं तो तत्काल शिक्षक उपलब्ध करा दिए जायेंगे ।जिस मध्य विद्यालय को अपग्रेड किया गया है यदि वहां बीएड डिग्रीधारी शिक्षक है तो वह वर्ग 9 और 10 वीं की कक्षाओं का संचालन होगा । 

स्‍कूल खुलने पर देखेंगे हालात

बीईओ नागेश्वर मंडल ने कहा कि यह सही है कि उत्क्रमित उच्च विद्यालयों में अभी तक शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति नहीं हुई है । विद्यालयों खुलने पर जा कर देखेंगे कि कहां कहां नौवीं कक्षा में बच्चे नामांकित है, कक्षा का संचालन कैसे हो रहा है और शिक्षकों की उपलब्धता की स्थिति क्या है । यदि कहीं शिक्षकों की कमी महसूस होगी तो संबंधित प्रधानाध्यापक को प्रस्ताव भेजने के लिए कहा जाएगा ।

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