गया के डोभी पीएचसी में मरीजों को नहीं मिलता नाश्ता या खाना, बेपरवाह बना है अस्प्ाताल प्रबंधन
गया में जीटी रोड के किनारे अवस्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में गड़बड़ियों की भरमार है। न तो यहां समुचित इलाज किया जाता है आैर न नाश्ता या भोजन दिया जाता है। लेकिन अस्पताल प्रशासन इससे बेखबर बना हुआ है।
संवाद सूत्र, डोभी (गया)। जी टी रोड किनारे स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (Primary Health Center) डोभी में प्रसव के लिए आईं महिलाओं को खाना या नाश्ता नहीं दिया जाता। स्वजन घर से ही खाना लेकर आते हैं। यहां भर्ती मरीज को सुबह में नाश्ता, दोपहर में खाना और रात का भोजन देने का प्रावधान है। लेकिन ऐसा हो नहीं रहा।गुरुवार को भर्ती मरीजों को खाना या नाश्ता नहीं मिला। गुरुवार को भर्ती मरीजों के स्वजनों ने बताया कि उन्हें नाश्ता या भोजन नहीं मिला।
आउटसोर्सिंग से है खाना व नाश्ते की व्यवस्था
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में आउटसोर्सिंग के माध्यम से खाने की व्यवस्था है। इसके लिए संवेदक का चयन किया है। लेकिन संवेदक ने इस कार्य के लिए स्थानीय एक व्यक्ति को जिम्मेवारी सौंप दी है। इस कारण मनमर्जी चल रही है।
स्थानीय लहुअरी निवासी मरीज सुषमा देवी ने बताया कि बुधवार की शाम अस्पताल में पहुंची लेकिन रात में खाना नहीं दिया गया। सुबह में छुट्टी भी कर दी गई। मुखदेव यादव ने कहा कि यहां भर्ती किसी भी मरीज को रात में खाना और सुबह में नाश्ता नहीं मिला है। वकीलगंज निवासी सतेंद्र यादव की पत्नी संजू देवी गुरुवार सुबह अस्पताल में डिलेवरी के लिए भर्ती हुईं। संजू देवी ने बताया कि सुबह में नाश्ता नहीं दिया गया है।
अस्पताल में बड़े पैमाने पर है अनियमितता
स्थानीय मुखिया जितेंद्र यादव ने कहा कि अस्पताल में बड़े पैमाने पर अनियमितता है। मरीजों को खाना या नाश्ता नहीं मिलता। मरीजों का समुचित इलाज भी नहीं किया जाता। चिकित्सक के बिना अस्पताल आए उपस्थिति पंजी पर हस्ताक्षर का खेल चलता है। प्रभारी के क्रियाकलाप की जांच होनी चाहिए।इधर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र डोभी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सिद्धार्थ भारती ने कहा कि खाना और नाश्ता नहीं मिलने की जानकारी मिली है। संवेदक की ओर से नियुक्त व्यक्ति से जवाब-तलब किया गया है।