चक्रवाती तूफान से गया में जमकर हो रही बारिश, किसानों को मिली राहत, शहरों में हुई आफत
ओडिसा में आए चक्रवाती तूफान के कारण गया में लगातार तीन दिन से जमकर बारिश हो रही है। बारिश से निचले इलाकों में जलजमाव व गंदगी से आफत हो रही है। वहीं धान की खेती को भरपूर लाभ पहुंच रहा। आज भी बारिश के आसार ।
गया, जागरण संवाददाता। बंगाल की खाड़ी से उठा चक्रवात जो ओड़ीसा से होकर गुजर रहा है उसका असर लगातार तीसरे दिन गुरूवार को भी गया जिले में देखने को मिला। बुधवार को पूरे दिन रूक-रूककर हल्की से मध्यम बारिश होती रही। आसमान सुबह से देर रात तक पूरी तरह से बादलों से पटा रहा। बीते 48 घंटे में जिले भर में करीब 45 एमएम तक बारिश रिकार्ड की गई। बुधवार को अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। जबकि न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विज्ञानियों के अनुसार आज गुरुवार को भी बारिश का के आसार हैं।
कृषि विज्ञान केंद्र के मौसम विज्ञानी डा. जाकिर हुसैन ने कहा कि मंगलवार की सुबह से बुधवार की सुबह साढ़े 8 बजे तक 25 एमएम बारिश रिकार्ड हुई। वहीं बुधवार की शाम तक करीब 20 एमएम बारिश हुई। उन्होंने कहा कि चक्रवात का हल्का असर गुरुवार को भी रहेगा। हल्की बारिश हो सकती है।
छोटकी नवादा व खरखुरा की सड़क हुई बदहाल, पैदल चलना भी मुश्किल
पहले से जर्जर सड़क के रूप में रहे छोटकी नवादा, प्रेतशीला रोड, खरखुरा, काटन मील, रेलवे कालनी इलाके की सभी सड़कें और बेकार हो गई है। हाल ऐसा कि लोग इनपर पैदल चलने में भी कतराने लगे हैं। वाहन चालकों के भी राह मुश्किल भरी हो गई है। प्रेतशीला रोड में दर्जनों गड्ढों में जलभराव से परेशानी बढ़ी हुई है। इस बीच नगर प्रशासन और जिला प्रशासन मौन है। इलाके के लोगों को उनके हाल पर छोड़ दिया गया है।
धान की खेती के लिए बरस रही संजीवनी: डीएओ
धान की खेती के लिए अभी की बारिश बहुत ही फायदेमंद है। इससे एक ओर जहां पौधों का सही वानस्पितक विकास होगा। वहीं पौधों में लगे गब्भा को मजबूती मिलेगी। इससे समय से पौधों में दाने बन सकेंगे। दाने पुष्ट होने के लिए अभी से ही पर्याप्त बारिश की जरूरत होती है। जो अभी मिल रही है। उक्त बातें जिला कृषि पदाधिकारी सुदामा महतो ने की। उन्होंने कहा कि हर लिहाज से अभी का पानी धान की खेती के लिए फायदेमंद है।