दशहरा में भारी पुलिस बलों की होगी तैनाती, गया में पूजा पंडालों पर पुलिस की नजर
पिछले दिनों पितृपक्ष का समापन किया गया है। इन दिनों गया जिले में पंचायत चुनाव भी चल रहा है। इसमें सुरक्षा की कमान स्थानीय थाना जिला बल सैप बीएमपी गृहरक्षक के कंधों पर है। चुनाव के बीच में दशहरा का त्योहार है। यह भी पुलिस के लिए चुनौती है।
गया, जागरण संवाददाता। इन दिनों दशहरा की तैयारी गांव से लेकर शहरी क्षेत्र में चल रहा है। दशहरा को लेकर पुलिस महकमा पूरी तरह मुस्तैद रहने की तैयारी की जा रही है। चौक-चौराहों से लेकर पूजा पंडाल में पुलिस की तैनाती करने का खाका तैयार किया गया है। ताकि दशहरा को शांतिपूर्ण से सम्पन्न कराया जा सके।
पिछले दिनों पितृपक्ष का समापन किया गया है। इन दिनों गया जिले में पंचायत चुनाव भी चल रहा है। इसमें सुरक्षा की कमान स्थानीय थाना, जिला बल, सैप, बीएमपी, गृहरक्षक के कंधों पर है। चुनाव के बीच में दशहरा का त्योहार है। यह भी पुलिस के लिए चुनौती है। इस कारण से सभी सुरक्षा बलों की छुट्टी पहले हीं रद की गई है, ताकि उन्हें दशहरा में उन जवानों की प्रतिनियुक्ति की जाएगी।
साढ़े चार हजार जवान लगेंगे दशहरा में
ऐसे तो कोविड- 19 का गाइड लाइन जारी है, कहीं भी मेला नहीं लगेगा। पूजा-पंडाल में भीड़ नहीं लगेगी। यह आदेश पहले से जारी है। फिर भी पुलिस महकमा अपने स्तर से सुरक्षा का खाका तैयार किया गया है। इस बार शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के संवेदनशील व अति संवेदनशील क्षेत्र व स्थलों पर पुलिस बलों की प्रतिनियुक्ति होगी। साथ हीं जिस पंडाल में भीड़ होने की उम्मीद है। वैसे स्थलों पर गृहरक्षकों की प्रतिनियुक्ति की जा रही है। इस बार साढ़े हजार जवानों की प्रतिनियुक्ति होगी। साथ हीं प्रत्येक थानाध्यक्ष को अपने क्षेत्र में विधि व्यवस्था कायम रखने की जिम्मेवारी दी गई है।
पूजा समिति को थाना से लेनी होगी अनुमति
गया जिले के किसी भी प्रखंड, अनुमंडल व मुख्यालय में जहां भी मां दुर्गा व मां काली की प्रतिमा स्थापित होगी। वैसे समितियों को स्थानीय थाना में आवेदन देकर अनुमति लेनी होगी। प्रतिमा बैठाने की अनुमति निर्धारित शर्तो के आधार पर मिलेगी। प्रतिमा की ऊंचाई चार फीट से अधिक नहीं होगी। इसका विशेष ख्याल रखा जाएगा। पूजा पंडाल में भीड़ नहीं हो, इसकी जिम्मेवारी स्थानीय समिति को दी गई है।
गया एसएसपी आदित्य कुमार ने कहा कि दशहरा और पंचायत चुनाव को लेकर पुलिस पदाधिकारी और जवानों की छुट्टी रद कर दी गई है। जहां भी आवश्यकता है, या फिर संवेदनशील व अति संवेदनशील क्षेत्र है। वहां पर नजर रखने के लिए भारी संख्या में बलों की प्रतिनियुक्ति की जा रही है।