Rohtas: तेज आंधी व ओलावृष्टि से किसानों को भारी नुकसान, पॉल्‍ट्री फॉर्म के डेढ़ हजार चूजे की मौत

रोहतास में बुधवार को आई तेज आंंधी व ओलावृष्टि के कारण किसानों को भारी नुकसान पहुंचा है। कई किसानों की फसले बर्बाद हो गईं। वहीं पॉल्‍ट्री फार्म का शेड गिरने से करीब डेढ़ हजार चूजे की मौत हो गई।

By Vyas ChandraEdited By: Publish:Wed, 12 May 2021 04:05 PM (IST) Updated:Wed, 12 May 2021 04:05 PM (IST)
Rohtas: तेज आंधी व ओलावृष्टि से किसानों को भारी नुकसान, पॉल्‍ट्री फॉर्म के डेढ़ हजार चूजे की मौत
आंधी में शेड गिरने से डेढ़ हजार चूजे की मौत। जागरण

संझौली (रोहतास), संवाद सूत्र। थाना क्षेत्र में बुधवार को आई आंधी व ओलावृष्टि में कई किसानों को भारी क्षति हुई है। उदयपुर ग्राम में आंधी से मुरारी पासवान के पॉल्ट्री फार्म का शेड गिर गया। इसमें  दबकर करीब डेढ़ हजार चूजे की मौत हो गई। कई अन्‍य किसानों को भी नुकसान हुआ है। किसी की फसल भीग गई है तो किसी का घर ध्‍वस्‍त हो गया है।  

शेड गिरने से दब गए मुर्गी के बच्‍चे  

मुरारी पासवान ने बताया कि तेज आंधी में अचानक ऊपर का शेड नीचे आ गिरा, उसके नीचे सारे बच्चे दब गए। इससे लगभग ढाई लाख का नुकसान हुआ है। इसके अलावा उदयपुर स्थित सरोज चौधरी के पानी की टंकी बनाने वाली फैक्ट्री का शेड भी ध्वस्त हो गया है। जबकि उदयपुर, संझौली, चांदी, अमेठी, चैता सहित कई गांवों में भी काफी नुकसान हुआ है। आंधी के साथ बेमौसम बारिश व ओलावृष्टि ने लोगों की परेशानियां बढ़ा दी। तेज हवा के साथ अचानक आई बारिश ने गांवों में कई लोगों के घर और झोपड़िया उखाड़ दी। बिक्रमगंज सासाराम मुख्य मार्ग सहित ग्रामीण क्षेत्रों के उदयपुर संझौली , संझौली राजपुर , संझौली रामपुर , संझौली खैरा भुतहा व दर्शन टोला राजपुर मार्ग पर जगह-जगह पेड़ आंधी से सड़क पर गिर पड़े, जिससे आवागमन बाधित रहा।

कई जगह बाधित रहा आवागमन 

मुख्य मार्ग पर पुलिस ने मिलन चौक पर गिरे पेड़ को हटा कर आवागमन को बहाल कराया। चैता बहोरी के सोनू कुमार ने बताया कि संझौली-राजपुर मार्ग पर कई जगह पेड़ गिरे हैं। चैता, उदयपुर, करमैनी सहित कई गावों में कई लोग की खपरैल व झोपड़ी के घर ध्वस्त हो गए। हालांकि कहीं से किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। बेमौसम बारिश ने किसानों की चिंता भी बढ़ा दी है। तेज हवा से बिजली के खंभे टूट गए हैं, इससे विद्युत आपूर्ति भी प्रभावित है। शादी विवाह वाले घरों में भी बारिश ने लोगों की परेशानियां बढ़ा दी है। खासकर आंधी ने किसानों व पशुपालकों को काफी नुकसान पहुंचाया है। कई गांवों में किसानों के गेहूं अभी खलिहान में था, वे भीग गए। मसोना गांव में करीब तीन सौ एकड़ में सब्जी की खेती को नुकसान पहुंचा है। आंधी ने छूलकर, चवरियां, खेतलपुर, सियरुआ, बेनसगार आदि गावों में भी सब्जी की खेती को नुकसान पहुंचाया है।

chat bot
आपका साथी