मेडिकल कॉलेज में मरीज की मौत पर सरकार और चिकित्सक दोषी: पप्पू यादव

गया पूर्व सांसद सह जाप के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव शनिवार को गया पहुंचे। गया पहुंचने पर उन्होंने अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल का निरीक्षण किया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 02 May 2021 11:45 PM (IST) Updated:Sun, 02 May 2021 11:45 PM (IST)
मेडिकल कॉलेज में मरीज की मौत पर सरकार और चिकित्सक दोषी: पप्पू यादव
मेडिकल कॉलेज में मरीज की मौत पर सरकार और चिकित्सक दोषी: पप्पू यादव

गया: पूर्व सांसद सह जाप के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव शनिवार को गया पहुंचे। गया पहुंचने पर उन्होंने अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल का निरीक्षण किया। निरीक्षण के उपरांत पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल में पूरी तरह कुव्यवस्था है। जहां मरीजों का कोई ख्याल नहीं रखा जाता है। मरीज की मौत का कारण बताते हुए कहा कि राज्य सरकार के साथ-साथ मेडिकल कॉलेज के चिकित्सक भी दोषी हैं। कोई भी वरीय चिकित्सक मरीजों का ख्याल नहीं रखते हैं। किसी तरह उनकी जान बच जाती है। मेडिकल कॉलेज की स्थिति बहुत ही खराब है। कई संसाधन रहते हुए भी उसका उपयोग नहीं हो पा रहा है। उन्होंने बताया कि यहां 600 ऑक्सीजन सिलेंडर खपत होने की बात कही गई है। इतनी सिलेंडर का उपयोग होने के बाद भी सभी मरीजों को ऑक्सीजन नहीं मिल पा रहा है। पूरी तरह मेडिकल कॉलेज के पदाधिकारी और चिकित्सक लापरवाही बरत रहे है। प्रशासनिक स्तर पर भी ऐसे लापरवाह पदाधिकारी और चिकित्सक पर कोई कार्रवाई अभी तक नहीं की गई है। नतीजा यह है कि प्रतिदिन कोरोना से मरीज मेडिकल कॉलेज में दम तोड़ रहे हैं अस्पतालों में बेड की कमी है। उन्होंने कहा कि मरीजों को ऑक्सीजन की सप्लाई नहीं हो रही है। जिसके पास कोरोना रिपोर्ट नहीं है उसे ऑक्सीजन नहीं मिल रहा है और ना ही कोई अस्पताल उस मरीज को भर्ती ले रहा है। उन्होंने खुद गया के डीएम को फोन लगाए थे, वे फोन नहीं उठाते हैं। जयप्रकाश नारायण अस्पताल में किसी भी मरीज को नहीं लिया जा रहा है। अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल को कोरोना अस्पताल बना दिया गया। दूसरे मरीजों का इलाज नहीं होता है, सीधे जेपीएन भेज रहे हैं। जेपीएन में इलाज की कोई व्यवस्था नहीं है। जेपीएन में ना तो संसाधन है, ना ही चिकित्सक है। इस व्यवस्था में चिकित्सक इलाज नहीं कर रहा है। उन्होंने बताया कि ऑक्सीजन की कालाबाजारी हो रहा है। प्रशासन मौन है। मगध मेडिकल में 32 वेंटिलेटर रखा हुआ है लेकिन उसका कोई उपयोग नहीं हो रहा है। जेपीएन में चार आइसीयू बेड, वेंटिलेटर चिकित्सक और कर्मचारियों के कारण बंद है। जेपीएन अस्पताल में एक भी फिजीशियन नहीं है, मरीजों को सीधे पटना रेफर कर दिया जा रहा है। उनके साथ युवा शक्ति के जिलाध्यक्ष ओम यादव भी थे।

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