Good News: कानून के छात्रों के लिए अच्छी खबर, जीएनएसयू और चाणक्य नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के बीच हुआ करार
रोहतास के गोपाल नारायण सिंह विवि के कानून के छात्र अब चाणक्य नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी में जाकर पढ़ सकेंगे। वहां के श्ािक्षकों से कानून की शिक्षा ले सकेंगे। इसके लिए दोनों विवि के कुलपतियों ने सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं।
संवाद सहयोगी, डेहरी आन सोन (रोहतास)। रोहतास जिले के जमुहार स्थित गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय (Gopal Narayan Singh University) एवं पटना स्थित चाणक्य राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय (Chanakya national law university) के बीच विधि शिक्षा के क्षेत्र में एक दूसरे के साथ मिलकर काम करने की सहमति बनी है। गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो एमएल वर्मा एवं चाणक्य राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय की कुलपति अवकाश प्राप्त न्यायाधीश मृदुला मिश्रा के बीच इस संबंध में सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए गए हैं।
दोनों विवि के कुलपतियों ने किए सहमति पत्र पर हस्ताक्षर
गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय की ओर से मंगलवार को जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार दोनों विवि सभी प्रकार के शैक्षणिक कार्यक्रमों को मिलजुलकर संपन्न करेंगे। प्रशिक्षण एवं शोध के क्षेत्र में भी दोनों संस्थान आपस में मिलकर कार्य करेंगे। इस सहमति पत्र के मुताबिक विधि शास्त्र के एलएलएम (LLM) एवं एलएलबी (LLB) छात्र एक-दूसरे विश्वविद्यालय में जाकर शैक्षणिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। दोनों विश्वविद्यालयों के शिक्षक भी एक-दूसरे में जाकर शिक्षण का कार्य करेंगे। इस दौरान होने वाले सभी प्रकार के सेमिनार, सिंपोजियम, व्यावहारिक प्रशिक्षण, क्विज एवं अन्य शैक्षणिक कार्यक्रमों में एक दूसरे की भागीदारी सुनिश्चित की गई है।
नारायण स्कूल ऑफ लॉ के छात्रों में खुशी
इस प्रकार की सहमति से गोपाल नारायण सिंह विवि के अंतर्गत संचालित नारायण स्कूल ऑफ लॉ एवं चाणक्य राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय के बीच ज्ञान एवं शोध के क्षेत्र में क्रांतिकारी प्रगति होगी। एक दूसरे के सहयोग से राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विधि विज्ञान के क्षेत्र में नई ऊर्जा का संचार होगा। सहमति पत्र के अनुसार एक दूसरे संस्थान के शिक्षक गण विश्विद्यालयों में सभी महत्वपूर्ण सेमिनार और सम्मेलनों में आमंत्रित किए जाएंगे। साथ ही एक दूसरे के पुस्तकालय एवं अन्य शैक्षणिक संसाधनों का उपयोग कर सकेंगे। सहमति पत्र के अनुसार पांच वर्षों के लिए विवि के स्कॉलर एवं शिक्षकों के संयुक्त रूप से शोध एवं शैक्षणिक कार्यक्रमों के लिए राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों से आर्थिक मदद के लिए भी आवेदन कर सकेंगे। राज्य के दो विश्वविद्यालयों के बीच इस प्रकार की सहमति से विधि विज्ञान के क्षेत्र में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज होगी। दोनों विश्वविद्यालयों में शैक्षणिक वातावरण काफी समृद्ध होगा।
गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय के कुलाधिपति एवं सांसद गोपाल नारायण सिंह, संस्थान के सचिव गोविंद नारायण सिंह एवं प्रबंध निदेशक त्रिविक्रम नारायण सिंह ने इस प्रकार की शैक्षणिक सहमति पर प्रसन्नता व्यक्त की है। उन्होंने दोनों विवि के विधि विज्ञान के क्षेत्र से जुड़े शिक्षकों, छात्रों एवं शोधार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।