Gaya News: चमकी बुखार से पीडि़त बच्चे को अस्पताल तक पहुंचाने वाले वाहन को इतने मिलेंगे रुपए

स्‍वास्‍थ्‍य विभाग ने गया में बच्‍चों में होनेवाली चमकी बुखार से बचाव और इलाज के लिए कमर कस ली है। गांव शहर या कस्बा से किसी भी बच्चे को चमकी के साथ बुखार की सूचना और उन्‍हें अस्‍पताल में तुरंत भर्ती कराने के निर्देश दिए गए हैं। पढि़ए डिटेल रिर्पोट

By Edited By: Publish:Thu, 17 Jun 2021 06:15 AM (IST) Updated:Thu, 17 Jun 2021 08:51 AM (IST)
Gaya News: चमकी बुखार से पीडि़त बच्चे को अस्पताल तक पहुंचाने वाले वाहन को इतने मिलेंगे रुपए
बच्‍चों में चमकी के साथ ये लक्षण दिखें तो फौरन अस्‍पताल में भर्ती करें, सांकेतिक तस्‍वीर ।

गया, जागरण संवाददाता।  किसी भी गांव, शहर या कस्बा से किसी बच्चे को चमकी के साथ बुखार की सूचना मिलती है तो ऐसे मामलों को तुरंत संज्ञान में लें। ऐसे बच्चों को बिना देर किए हुए सरकारी अस्पताल में भर्ती कराने के लिए कहें। यह बातें स्वास्थ्य विभाग के नोडल अफसर डॉ. एमई हक ने बुधवार को प्रशिक्षण के दौरान कही। वह कलेक्ट्रेट स्थित कंट्रोल रूम के कर्मियों को जिलाधिकारी के निर्देश पर प्रशिक्षण दे रहे थे। डॉ. एमई हक ने कहा कि यदि किसी बच्चे को तेज बुखार के साथ चमकी आने, उल्टी आदि शिकायत को लेकर कहीं से फोन आता है तो फोन करने वालों से तुरंत उस बच्चे को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराने के लिए कहें। फोन करने वाले व्यक्ति का नाम, पूरा पता व मोबाइल नंबर रजिस्टर में दर्ज करें।

बीमार बच्चे को अस्पताल तक पहुंचाने वाले वाहन को मिलेंगे रुपए

हरेक पंचायत में ग्राम परिवहन योजना की गाड़ी को चमकी बुखार के लिए सुरक्षित रखा गया है। उस गाड़ी से बीमार बच्चे को सरकारी अस्पताल तक मुफ्त लाने की व्यवस्था है। बदले में वाहन मालिक को 500 से 2 हजार रुपये दिए जाएंगे। यदि पीएचसी में इलाज से ठीक नहीं हो रहा है और एंबुलेंस नहीं मिल रहा है तो फौरन उसी वाहन से मेडिकल अस्पताल लेकर बच्चे को आना है। इन सारी बातों की जानकारी कंट्रोल रूम में कार्यरत आयुष चिकित्सकों व शिक्षकों को दी गई। डॉ. एमई हक ने कहा कि खासकर सुबह के समय में बच्चे को चमकी बुखार की शिकायत को गंभीरता से लेनी है। बच्चे के स्वजन से मिली सारी जानकारी को तुरंत स्वास्थ्य विभाग के अफसर व जिला प्रशासन के अधिकारी को तुरंत सूचना देनी है।

चमकी बुखार से बच्चों को ऐसे बचाएं

- बच्चों को कभी भी भूखे पेट रात में नहीं सोने दें ।

- बच्चों को मच्छरदानी के अंदर सुलाएं ।

-खान-पान में पौष्टिकता का ध्यान रखें, बासी खाना नहीं खिलाएं।

-घर के अंदर व बाहर साफ-सफाई रखें ।

-यदि बच्चे को सुबह उठने के बाद चमकी देकर बुखार आए तो फौरन सरकारी अस्पताल में भर्ती कराएं ।

-झाड़-फूक से बचें, बीमार बच्चे को इलाज की जरूरत होती है।

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