Gaya: कोरोना संक्रमित के गांव की प्रशासन ने कराई बैरिकेडिंग, लोगों के आवागमन पर लगाई रोक

गया के टिकारी में कोरोना वायरस से एक की मौत और दूसरे के संक्रमित होने की घटना को देखते हुए प्रशासन ने गांव में लोगों के आने-जाने पर रोक लगा दी है। शनिवार को गांव की बैरिकेडिंग करा दी गई।

By Vyas ChandraEdited By: Publish:Sat, 01 May 2021 05:06 PM (IST) Updated:Sat, 01 May 2021 05:06 PM (IST)
Gaya: कोरोना संक्रमित के गांव की प्रशासन ने कराई बैरिकेडिंग, लोगों के आवागमन पर लगाई रोक
गांव की बैरिकेडिंग के सैनिटाइज करते कर्मी। जागरण

टिकारी (गया), संवाद सहयोगी। कोरोना संक्रमित की मौत के बाद ठेले पर शव लादकर ले जाए जाने की घटना ने प्रशासन की किरकिरी करा दी  थी। नतीजा हुआ कि 29 अप्रैल को हुई उस शर्मसार करने की घटना के अगले दिन सिविल सर्जन टिकारी पहुंचे। मातहत को जमकर खरी-खोटी सुनाई। अब मृतक के गांव महमन्ना पंचायत के बाजीतपुर को कंंटेनमेंटे जोन घोषित कर दिया गया है।  मृतक का बड़ा भाई भी संक्रमित है। शुक्रवार को कोरोना संक्रमित के घर आने-जाने वाले मार्ग में बैरिकेडिंग कर लोगों की आवाजाही पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है। महमन्ना पंचायत में कुसाप के बाद कंटेनमेंट जोन बनने वाला दूसरा गांव बाजितपुर हो गया है।  

गांव की बैरिकेडिंग कर आने-जाने पर रोक 

मुखिया मंजू कुमारी ने बताया कि कुसाप गांव में एक साथ 14 कोरोना संक्रमित मरीज के मिलने के बाद वहां की जनता को संक्रमण से बचाव के लिए प्रशासन ने गांव की सड़कों को सील कर दिया था। उसी प्रकार बाजितपुर महादलित टोले को भी सील कर दिया गया है। किसी तरह की गतिविधि पर पूर्णतः प्रतिबंध लगा दिया गया है। गलियों की बैरिकेडिंग कर कोरोना संक्रमण का बोर्ड भी लगाया जा रहा है। गांव में सैनिटाइजर एवं ब्लीचिंग पाउडर का भी छिड़काव किया गया है। मुखिया ने बताया कि संक्रमित व्यक्ति के घर की मॉनेटरिंग के साथ गांव में कोविड जांच कैंप लगाने का आग्रह स्वास्थ्य विभाग से की गई है। लोगों को घरों से नहीं निकलने का अनुरोध किया गया है। ताकि कोरोना महामारी के संक्रमण को फैलने से रोका और दूसरों को संक्रमित होने से बचाया जा सके।

ठेले पर लादकर शव ले गए थे स्‍वजन 
मालूम हो कि अनुमंडलीय अस्पताल में गुरुवार की सुबह कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति की मौत इलाज के क्रम में हो गई थी। जिसके बाद अस्पताल प्रशासन ने शव ले जाने के लिए एंबुलेंस अथवा कोई वाहन नहींं दिया तब स्‍वजन ठेला से शव को चार किमी दूर बाजितपुर श्‍मशान घाट ले गए। वहां अंत्‍येष्टि की गई। एम्बुलेंस की मांग पर कोविड 19 के नोडल पदाधिकारी एवं अनुमण्डल प्रशासन ने पूरी तरह कन्नी काट ली थी। मामला प्रकाश में आने पर प्रशासन की किरकिरी हुई। मानवता को शर्मसार करने वाली इस घटना के लिए आम लोगों सहित राजनीतिक और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने अनुमंंडल प्रशासन को जिम्‍मेदार ठहराया था। इसी को लेकर अगले दिन शुक्रवार को सिविल सर्जन टिकारी पहुंचे और जिम्मेदार अधिकारियों को खूब खरी खोटी सुनाई थी।
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