Gaya PitruPaksha 2021: फल्गु में जलांजलि देकर पिंडदानियों ने की पितरों के मोक्ष की कामना

पितृपक्ष शुरू होते ही गया स्थित मोक्षदायिनी फल्गु में तर्पण व कर्मकांड की शुरुआत हो गई। सोमवार को सूर्यादय होते ही गया के देवघाट पर बड़ी संख्या में पिंडदानी दिखे। पहले दिन फल्गु में जलांजलि दी। नदी की रेत पर बैठ कर्मकांड किया। श्रीहरि के चरणों में मत्था टेका।

By Sumita JaiswalEdited By: Publish:Tue, 21 Sep 2021 08:19 AM (IST) Updated:Tue, 21 Sep 2021 11:58 AM (IST)
Gaya PitruPaksha 2021: फल्गु में जलांजलि देकर पिंडदानियों ने की पितरों के मोक्ष की कामना
सोमवार को गया में बड़ी संख्‍या में दिखे पिंडदानी, सांकेतिक तस्‍वीर।

गया, जागरण संवाददाता। पितृपक्ष शुरू होते ही गया स्थित मोक्षदायिनी फल्गु में सोमवार (20 सितंबर) से तर्पण व कर्मकांड की शुरुआत हो गई। पितृपक्ष के पहले दिन सोमवार को सूर्योदय से ही सैकड़ों पिंडदानी कर्मकांड के लिए देवघाट पर जुट गए। इसके बाद विधिवत रूप से फल्गु में डुबकी लगाई और नियमसंगत हो कर्मकांड किया। इस दौरान अपने पितरों को मोक्ष दिलाने की उत्सुकता हर पिंडदानी में दिखी। पुरुषों के साथ ही महिलाएं भी पिंडदान करने के लिए गया पहुंची हैं। बता दें कि पितृ पक्ष 6 अक्‍टूबर तक है।

पिंडदानियों से फल्‍गु क्षेत्र में दिखी रौनक

पिंडदानियों ने सुबह में सबसे पहले फल्गु के पवित्र जल में स्नान-ध्यान कर जलांजलि दी। इसके बाद फल्गु की रेत पर समूहों में जगह-जगह बैठकर कर्मकांड किया। वैदिक मंत्रोच्चार के साथ कर्मकांड करते पिंडदानियों से पूरे फल्गु क्षेत्र में रौनक थी। पिंडदानी कर्मकांड करने के लिए अपने साथ अरवा चावल, जौ, सत्तू, तिल, जौ, दही-दूध, फूल-फल, धूप व पीतल के बर्तन आदि सामग्री लेकर पहुंचे थे। कर्मकांड के बाद अनेक पिंडदानी भगवान विष्णु का दर्शन करने के लिए देवघाट से विष्णुपद मंदिर पहुंचे। यहां पहुंचकर श्रद्धालुओं ने विष्णु के चरण को छूकर आशीर्वाद लिया और माथा टेककर प्रभु से अपने पितरों के मोक्ष की कामना की। मंदिर के गर्भगृह में श्रद्धालुओं का आना-जाना दिनभर जारी रहा।

पिंडदानियों और गायपाल पुरो‍हितों में दिखी खुशी

इस बार पितृपक्ष मेला भले न लगा हो, पर गयापाल पुरोहितों में कर्मकांड कराने को लेकर उत्सुकता दिखी और बड़ी संख्या में पिंडदानी भी पहुंचे हैं। गयापाल पुरोहित कोविड-19 के कारण पिछले साल भी पितृ पक्ष मेला आयोजित नहीं होने से निराश थे। उन्‍होंने सामूहिक रूप से रोजगार का हवाला देकर इस साल पितृ पक्ष मेला आयोजित करने को मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखा था। पितृ पक्ष मेला आयोजन पर कुछ दिन पहले तक असमंजस की स्थिति थी। अंत में प्रशासन की ओर से घोषणा की गई कि पितृ पक्ष मेला तो आयोजित नहीं होगा मगर गया आनेवाले पिंडदानियों को सारी सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी।

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