गया पंचायत चुनाव 2021:150 नक्सली और उनके समर्थकों का खाका तैयार, चुनाव को लेकर चल रहा सर्च आपरेशन
गया पंचायत चुनाव के आठवें चरण के लिए 24 नवंबर को डुमरिया और इमामगंज में वोटिंग होनी है। नक्सल प्रभावित इलाका होने की वजह से प्रखंडों ने लगातार सर्च आपरेशन चलाया जा रहा है। एसएसपी ने कहा है कि मतदान में व्यवधान डालने वाले नक्सलियों को बख्शा नहीं जाएगा।
गया, जागरण संवाददाता : 24 नवंबर को गया जिले के डुमरिया और इमामगंज प्रखंड में पंचायत चुनाव के लिए मतदान होना है। इन दोनों प्रखंडों में मतदान शांतिपूर्ण कराने के लिए पुलिस ने कमर कस ली है। प्रत्येक बूथों और संपर्क पथ पर केंद्रीय सुरक्षा और पारा मिलिट्री फोर्स की तैनाती रहेगी। अति नक्सल प्रभावित दोनों प्रखंडों में सुरक्षा की मुकम्मल व्यवस्था रहेगी। चुनाव को लेकर 27 कंपनी पारा मिलिट्री और बीएसएफ की मिली है। चुनाव के दौरान सुरक्षा व्यवस्था और नक्सलियों व समर्थकों पर कार्रवाई को लेकर खाका तैयार किया गया है। इस पर कार्रवाई की जा रही है।
वरीय पुलिस अधीक्षक आदित्य कुमार ने डुमरिया और इमामगंज प्रखंड के मतदाता भयमुक्त होकर 24 नवंबर को मताधिकार का प्रयोग करें। उनकी सुरक्षा के लिए पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती रहेगी। इसलिए भयमुक्त होकर मतदान करें। उन्होंने बताया कि मतदान के दौरान अगर नक्सली संगठन व्यवधान करने का प्रयास करेंगे तो उन्हें इस बार छोड़ेंगे नहीं। पुलिस ने तैयारी पूरी की ली गई है।
150 नक्सली व समर्थकों का नाम पुलिस डायरी में दर्ज
एसएसपी ने बताया कि इन दोनों प्रखंड में प्रतिबंधित संगठन नक्सली के नेताओं और उन तक सूचना पहुंचाने वाले नक्सली मुखबिरों की सूची तैयारी की गई है। इन दोनों प्रखंडों में करीब 150 लोगों को सूचीबद्ध् किया गया है। जिन पर पुलिस नजर रखे हुए हैं।
पारा मिलिट्री फोर्स की तैनाती
एसएसपी ने बताया कि पूर्व में डुमरिया प्रखंड में घटना के बाद पुलिस पूरी तरह सतर्क है। कोई जोखिम लेना नहीं चाहती है। इस बार डुमरिया व इमामगंज में होने वाले पंचायत चुनाव को लेकर पहले से वहां तैनात सीआरपीएफ, कोबरा और एसएसबी तैनात है। इन फोर्स के अलावा पारा मिलिट्री फोर्स की 15 कंपनी और बीएसएफ 12 कंपनी अतिरिक्त मिला है। इतनी संख्या में फोर्स की तैनाती जल्द ही की जाएगी। ताकि चुनाव शांति पूर्ण कराया जा सके।
अलग-अलग टुकड़ी में केंद्रीय सुरक्षा बल का सर्च अभियान
एसएसपी ने बताया कि जो मतदान केंद्र इन प्रखंडों में है। उसके आसपास के बस्ती, टोला, जंगल-झाड़ी में लगातार सर्च अभियान कई टुकड़ी कराया जा रहा है। मतदाताओं को विश्वास दिलाया जा रहा है कि संविधान में निहित मतदान करने के अधिकार का प्रयोग करें। इससे वंचित ना हो। किसी भी नक्सली संगठन के बहकावे में नहीं आए। साथ ही सुरक्षा के ²ष्टकोण से वैसे संदिग्ध लोगों पर नजर रखा जा रहा है। जो पूर्व में नक्सलियों को मदद करते आ रहे हैं।