Gaya News: बहुत कठिन है डेल्हा-खुरखुरा मार्ग की डगर, सावधानी हटी दुर्घटना घटी, जान लें ऐसा भी हो चुका
शहर के डेल्हा-खरखुरा मार्ग पर जा रहें तो संभलकर कीचड़ भरी सड़क पर कहीं फिसलकर गिर न जाएं वार्ड नंबर एक व तीन से होकर गुजरती है यह सड़क आगे रामशीला पथ से होकर गया-पटना मुख्य पथ में मिलती है 50 हजार की आबादी हर दिन हो रही प्रभावित।
सुभाष कुमार, गया। नगर निगम और बुडकों अनेक शहरवासियों के लिए नौ दिन चले अढ़ाई कोस वाली कहावत चरितार्थ कर रहा है। शहर का डेल्हा-खरखुरा सड़क मार्ग बदहाल है। घुटने भर कीचड़ के बीच हर दिन सैकड़ों वाहन टिकारी-डेल्हा के रास्ते रामशीला होते हुए पटना मुख्य पथ की ओर जाती है।
वार्ड नंबर एक व तीन की करीब 50 हजार की आबादी इस सड़क से जुड़ती है। उनके आवागमन का यह मुख्य रास्ता है। इन दिनों हो रही बारिश ने इस सड़क की दुर्गति निकाल कर रख दी है। लोग परेशान हैं। कुछ समझ में नहीं आ रहा। कहां जाएं, किससे तकलीफ सुनाएं। कई बच्चे, बुजुर्ग कीचड़ युक्त सड़क से गुजरते वक्त गिरकर चोटिल हो चुके हैं। कईयों को घरों से बाहर निकलने में हर दिन परेशानी होती है।
घर के अंदर तक गंदगी पहुंच जा रही है। इन दिनों बरसात में संक्रमण का भी खतरा बढ़ गया है। इन सबके बावजूद विभागीय अधिकारी सड़क को ठीक करने के लिए ध्यान नहीं दे रहे हैं। मोहल्ले के लोगों में इस सरकारी तंत्र की कुव्यवस्था को लेकर गुस्सा है। स्थानीय वार्ड पार्षद भी बेपरवाह बने हुए हैं। उनकी मानें तो विभाग उनका सुनता ही नहीं है।
सालभर से जलापूर्ति के नाम पर सड़क पर खोद रहे गड्ढे
डेल्हा-खरखुरा पथ पर बीते एक साल से बुडको के द्वारा जलापूर्ति के नाम पर सड़क में गडढा खोदकर छोड़ दिया गया है। इस बीच कभी-कभार कुछ काम भी होता दिखता है। अनेक जगहों पर जलापूर्ति के लिए जरूरी संयत्र भी लगाए गए हैं। लेकिन उन जगहों पर आज भी खुला हुआ गड्ढा है। जहां बारिश का पानी जलजमाव व कीचड़ के साथ आने-जाने वाले लोगों की परेशानियां बढ़ाए हुए है।
मोहल्लेवासियों की तकलीफ खुद सुन लीजिए
महेश प्रसाद ने कहा कि सड़क की हालत खराब और बालू लदी ट्रैक्टर की गाड़ी ज्यादा चलने से बरसात में छोटी गाड़ियों का चलाना मुश्किल हो गया है। इस पर रोक नहीं है। जिला प्रशासन भी ध्यान नहीं दे रहे है।
जितेंद्र कुमार ने कहा कि कीचड़ और गडढ़े से सड़क दिखता ही नहीं है। कई बच्चे, बुजुर्ग कीचड़ युक्त सड़क से गुजरते वक्त गिरकर चोटिल हो चुके हैं। वार्षद के द्वारा अबतक समाधान नही निकाला गया है।
चंचला देवी कहती हैं, बारिश होने पर सड़क का किचड़ और पानी घर के अंदर घूस जाता है। नाली की सफाई के बाद सफाईकर्मी के द्वारा कचड़ा सड़क पर ही रख दिया जाता है और बारिश होने पर किचड़ में मिल जाता है।
रीना सिंह ने कहा कि सड़क खराब होने के कारण बरसात के दिनों वार्ड एक और तीन के लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जन प्रतिनिधियों को आगे आकर जल्द से जल्द बुडकों को काम पूरा करने के लिए फटकार लगाना चाहिए।
क्या कहते हैं वार्ड पार्षद
वार्ड संख्या एक की पार्षद सह स्टैंडिंग कमेटी सदस्य स्वर्णलता ने कहा कि बुडकों की लापरवाही के कारण अब तक डेल्हा-खरखुरा मेन रोड की सड़क नहीं बन पाया है। सड़क तोड़कर जलापूर्ति के लिए पाइप लाइन बिछाया जा रहा है। कई बार बोर्ड और स्टैंडिंग की बैठक में बुडकों के संबंधित अधिकारी को काम जल्द पूरा करने को कहा गया। इसके बाबजूद भी एक साल में काम पूरा नहीं हुआ है।
वार्ड संख्या तीन की पार्षद लाछो देवी बोलीं, डेल्हा-खरखुरा मेन रोड की हालत बूडकों के द्वारा जलापूर्ति की पाइप लाइन बिछाने कारण बर्बाद है। इसके लिए लगातार आवाज उठाई गई है। लेकिन, इसके बाबजूद भी काम तेजी से नहीं किया जा रहा है। बरसात में सड़क की हालत काफी खराब हो गई है। वार्ड के लोगों की परेशानी जल्द से जल्द खत्म हो जाए। इसके लिए लगातार प्रयासरत है।
क्या कहते हैं बुडको के अधिकारी
सहायक अभियंता शशि प्रकाश झा ने कहा कि डेल्हा-खरखुरा मेन रोड पर जलापूर्ति के लिए पाइप लाइन बिछाने का कार्य लगभग पूरा हो गया है। पथ निर्माण विभाग के द्वारा सड़क बनाने का काम शुरू किया गया है। लेकिन बरसात के कारण काम धीमी हुई है। बरसात खत्म होते ही सड़क बनकर तैयार हो हो जाएगी।