Gaya News: पंचायत ने सुनाया अजीबोगरीब फैसला, जादू-टोना के आरोप में पूरे परिवार को गांव से निकाला

गया जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के मानपुर के सिकहर गांव में दो युवकों की मौत के बाद स्‍वजनों ने जादू-टोना का आरोप लगाया । दस सितंबर को पंचायत बैठी। पंचों ने पूरे परिवार को गांव से बाहर निकालने का फैसला सुनाया। ग्रामीण पुलिस की बात भी नहीं सुन रहे।

By Sumita JaiswalEdited By: Publish:Mon, 13 Sep 2021 08:30 AM (IST) Updated:Mon, 13 Sep 2021 08:30 AM (IST)
Gaya News: पंचायत ने सुनाया अजीबोगरीब फैसला,  जादू-टोना के आरोप में पूरे परिवार को गांव से निकाला
ग्रामीणों के अंधविश्‍वास के सामने पुलिस भी मजबूर, सांकेतिक तस्‍वीर।

मानपुर (गया), जागरण संवाददाता। जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के सिकहर गांव के महादलित टोले में पंचायत ने पूरे परिवार को गांव से बाहर निकाल दिया है। परिवार पर पंचायत ने भूत-प्रेत चढ़ाने का आरोप लगाया है। गांव से निकाले जाने के कारण सूरज मांझी, मोहन मांझी, महेंद्र मांझी सहित छह सदस्य किसी रिश्तेदार के घर में शरण लिए हुए हैं। परिवार ने थाने में भी फरियाद की, लेकिन पुलिस भी उन्हें न्याय नहीं दिला सकी है।

पुलिस की भी एक न चली

एक परिवार को सिकहर गांव से निकाले जाने की खबर आसपास के गांवों में फैली तो थाने के पुलिस पदाधिकारी गांव पहुंचे और लोगों को समझाया। उनसे कहा कि भूत-प्रेत कुछ नहीं होता है। ऐसे अंधविश्‍वास के कारण किसी परिवार को सजा देना उचित नहीं है। फिलहाल मामला शांत तो है, लेकिन गांव में तनाव व्याप्त है। पुलिस ने परिवार को गांव में ही रहने देने की बात कही, पर ग्रामीणों ने एक नहीं सुनी। मजबूर होकर पूरा परिवार अपने मवेशियों को साथ लेकर गांव से बाहर चला गया है।

दो युवकों की मौत के बाद शुरू हुआ अंधविश्‍वास का खेल

 गांव के लोग बताते हैं कि टोले में बीते सप्ताह दो युवकों की मौत हो गई थी। उन्हें पहले उल्टी-दस्त हुआ, फिर अचानक मौत हो गई। चिकित्सकों की टीम सात सितंबर को गांव में पहुंची और लोगों के स्वास्थ्य की जांच की। डाक्टरों ने स्थिति नियंत्रण में बताया , लेकिन जिस परिवार के सदस्यों की मौत हुई, वह इसे भूत-प्रेत का चक्कर बताने लगे। अंधविश्वास के कारण 10 सितंबर को एक ओझा को बुलाया गया। देवी-देवताओं की पूजा कराई गई। इसके बाद गांव में पंचायत बैठी। पंचायत में सर्वसम्मति से परिवार को बाहर निकालने का फैसला हुआ। 11 सितंबर को मारपीट कर पूरे परिवार को बाहर निकाल दिया गया। बाहर निकाले जाने पर परिवार ने थाने की शरण ली। शनिवार की शाम को रिश्तेदार के घर चले गए। मुफस्सिल थाने के दारोगा अविनाश कुमार ने कहा कि पूरा परिवार रिश्तेदार के यहां शरण लिए हुए है।

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