गया नगर निगम: नाम के लिए शहरी वार्ड, चंहुओर विकास की दरकार, खुला नाला दे रहा हादसाें काे न्योता
पाइपलाइन का विस्तार नहीं होने से बनी है पानी की किल्लत वार्ड में स्थित अक्षयवट पिंडवेदी से पानी लाकर प्यास बुझा रहे लोग 25 चापाकल में से 10 पड़े हैं खराब कई बुनियादी सुविधाओं का अभाव। शुद्ध पेयजल के लिए लोग तरस रहे हैं।
जागरण संवाददाता, गया। वार्ड 44 नाम के लिए शहरी वार्ड है। कहीं कच्ची सड़क तो कहीं पीसीसी सड़क को मरम्मत की दरकार। हादसों को न्योता दे रहा खाला नाला। शुद्ध पेयजल के लिए लोग तरस रहे हैं। जलजमाव भी बड़ी समस्या बनी हुई है। वहीं पाइपलाइन का विस्तार नहीं होने से पानी की किल्लत बनी है।
शुक्रवार को जागरण टीम वार्ड पहुंची तो लोगों ने कई समस्याएं रखीं। इनमें सबसे प्रमुख समस्या पेयजल एवं सड़क की है। इसके कारण पांच हजार की आबादी परेशान है। वार्ड के लोग आज भी शुद्ध पानी के लिए तरस रहे हैं। कुछ मोहल्ले में पाइपलाइन का विस्तार किया गया है, लेकिन पानी का प्रेशर काफी कम रहने से पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं मिल रहा है। लोग स्वयं बोरिंग कर पानी का इस्तेमाल कर रहे हैं। बोरिंग से गंदा एवं बदबूदार पानी निकल रहा है। ऐसे में लोगों को पानी के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा है। वार्ड में स्थित अक्षयवट पिंडवेदी से पानी ले जाकर प्यास बुझा रहे हैं।
जलापूर्ति पाइपलाइन का विस्तार नहीं
वार्ड में जलापूर्ति को लेकर मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत एक इंच भी पाइपलाइन का विस्तार नहीं किया गया है। इसके कारण पानी की किल्लत बनी रहती है। वार्ड में मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत घर-घर नल-जल योजना फेल है। इसके कारण वार्ड के कई मोहल्ले चित्रगुप्त मंदिर कपिलधारा, खटकाचक, ब्रह्मचारी बाबा, हनुमान नगर, केशव नगर एवं आदर्श नगर में पाइपलाइन का विस्तार नहीं किया गया है। लोग बोरिंग करा रखे हैं, लेकिन गर्मी में फेल हो जाती है। उस समय काफी परेशानी होती है। वार्ड में 25 चापाकल हैं। इनमें से 10 खराब पड़े हैं।
सड़क जर्जर रहने से परेशानी
वार्ड की सड़कें काफी जर्जर है। इसके कारण आमलोगों के साथ तीर्थयात्रियों को आवागमन में परेशानी हो रही है। सड़क जर्जर होने के कारण थोड़ी सी बारिश होने पर वाहन चलाना मुश्किल हो जाता है। वार्ड में अधिकांश नाले खुले या फिर कच्चे हैं। इसके कारण नाले का गंदा पानी सड़क पर बह रहा है। इससे लोगों को आवागमन में परेशानी हो रही है। खुले रहने से आए दिन लोग नाले में गिरकर जख्मी हो जाते हैं। नाले का पानी गदालोल सरोवर गिर रहे है। जिसके कारण सरोवर पूरी तरह से प्रदूषित बन गया है।
स्लम क्षेत्र का विकास नहीं
वार्ड में खजुरिया मोहल्ला स्थित स्लम क्षेत्र का विकास नहीं हुआ। पानी के कारण सार्वजनिक शौचालय कई वर्षो से बंद है। जबकि सरकार द्वारा स्लम क्षेत्र में 104 मकान का निर्माण कराया गया था। लेकिन सभी मकान जर्जर हो गया है। जिससे गरीबों को रहने में परेशानी हो रही है। वहीं एक चापाकल से पूरा क्षेत्र के लोग प्यास बुझा रहे है। स्लम क्षेत्र में बुनियादी सुविधा नग्न है।
वैदिक मंत्रोच्चारण से गूंजते रहता वार्ड
वार्ड में प्राचीन मां मंगलागौरी मंदिर, अक्षयवट पिंडवेदी, रुक्मिणी सरोवर, गदालोल सरोवर, गोडधोई सरोवर, कपिलधारा आश्रम, सावित्री मंदिर एवं ब्रह्मयोनी प्रमुख हैं। इसके कारण हमेशा वार्ड वैदिक मंत्रोच्चरण से गूंजते रहता है। साथ ही उक्त पिंडवेदियों पर पूरे दिन कर्मकांड होते रहता है। वहीं, मां मंगलागौरी मंदिर में पूजा-अर्चना को लेकर श्रद्धालुओं की भीड़ रहती है।
वार्ड में ये मोहल्ले: ब्रह्मयोनी, ब्रह्मचारी बाबा, खटकाचक, हनुमान नगर, खजुरिया, कपिल धारा, डाक बाबा, अक्षयवट, मंगलागौरी एवं हनुमान नगर मोहल्ले स्थित हैं।
वार्ड पार्षद ने गिनाईं उपलब्धियां
वार्ड पार्षद ने ढाई वर्ष की अपनी उपलब्धियां गिनाईं। इनमें 1.50करोड़ रुपये से गली-नाली का निर्माण। तीन लाख रुपय़े की राशि का प्राक्कलन बनाया गया है। 150 स्ट्रीट लाइट, सात मिनी जलापूर्ति केंद्र का निर्माण, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 90 लोगों के आवास, 110 लोगों को रसोई गैस कनेक्शन, 700 लोगों को आधार कार्ड, तीन हजार लोगों को वोटर कार्ड बनाने का कार्य किया गया। वहीं, 1.59 करोड़ रुपये से अक्षयवट ङ्क्षपडवेदी सुंदरीकरण हृदय योजना से जारी है।