Gaya: जुलाई में अबतक 54 हजार 915 सैंपल जांच में मात्र छह मिले कोरोना संक्रमित, सजगता अब भी जरूरी
भले ही अभी कोरोना संक्रमण काफी हद तक थमा हुआ दिखाई पड़ रहा है। लेकिन खतरा पूरी तरह से अभी नहीं टला है। ऐसे में लोगों को सावधानीपूर्वक अपने दैनिक कार्य करने होंगे। बीते अप्रैल-मई माह की तुलना में जून-जुलाई में कोरोना के मरीज काफी कम मिले हैं।
जागरण संवाददाता, गया। जिले में भले ही अभी कोरोना संक्रमण काफी हद तक थमा हुआ दिखाई पड़ रहा है। लेकिन खतरा पूरी तरह से अभी नहीं टला है। ऐसे में लोगों को सावधानीपूर्वक अपने दैनिक कार्य करने होंगे। बीते अप्रैल-मई माह की तुलना में जून-जुलाई में कोरोना के मरीज काफी कम मिले हैं।
जुलाई महीने में अभी तक 54 हजार 915 लोगों की सैंपल जांच की गई है। इनमें महज 6 लोगों की रिपोर्ट में करोड़ों का संक्रमण पाया गया है। बीते दो दिनों में कोई भी संक्रमित नहीं मिला है। यह राहत की बात है। जिले में हर दिन रैपिड एंटीजन किट के अलावा टू नेट और आरटी-पीसीआर से जांच की जाती है। इन सबके बीच आम लोगों के द्वारा हर जगह लापरवाही भी देखने को मिल रही है।
बाजार से लेकर टीकाकरण केंद्रों पर लोग बिना मास्क के दिखाई देते हैं। तो वही शारीरिक दूरी का पालन भी नहीं किया जा रहा है। यह कोरोना के प्रति बरती जाने वाली गंभीर लापरवाही है। लोगों को अभी भी मास्क पहनकर रहना चाहिए। साथ ही शारीरिक दूरी का पालन करना चाहिए।
डेल्टा प्लस वैरीएंट के संक्रमण से बचने के लिए अभी से ही रहें सावधान
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कोरोना की तीसरी लहर को लेकर लोगों को सावधान कर रहे हैं। जरूरी है कि अभी से ही सावधानी बरती जाए। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक कोरोना की तीसरी रहर में डेल्टा प्लस वैरीएंट काफी अधिक आक्रामक हो सकता है। ऐसे में जरूरी है कि हम अपने परिवार की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अधिक भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें। मास्क का नियमित रूप से प्रयोग करें।
रेलवे जंक्शन पर एग्जिट प्वॉइंट कम करने की जरूरत
देश के कई राज्यों में कोरोना की दूसरी लहर अभी भी कहर बरपा रही है। इनमें मुख्य रूप से केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश, उड़ीसा, महाराष्ट्र जैसे राज्य हैं। गया जिले में इनमें से कई जिलों से लोगों का लगातार आना-जाना जारी है। संभव है कि कई संक्रमित व्यक्ति भी उन प्रदेशों से अपने यहां आ जाएं। ऐसे में यह जरूरी हो जाता है कि गया अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट और गया रेलवे जंक्शन पर आने वाले सभी यात्रियों की सख्ती के साथ जांच की जाए।
गया जंक्शन पर ज्यादातर ट्रेनें रात के समय में इन प्रदेशों से आती हैं। यहां जो एक बात सामने आई है कि जंक्शन में कोविड जांच के लिए 4 टीमें अलग-अलग जगहों पर रहती है। लेकिन एग्जिट प्वाइंट अधिक रहने के कारण कई यात्री दूसरे रास्तों से बाहर निकल जाते हैं। गौरतलब है कि इस साल गया जिले में कोरोना संक्रमण के फैलाव की शुरुआत जंक्शन से ही हुई थी।
बीते 16 मार्च को स्टेशन पर आए महाराष्ट्र से 7 यात्रियों की जांच में रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई थी। उस दिन से निरंतर कोरोना की रफ्तार बढ़ती गई और अप्रैल-मई महीने में कोरोना वायरस संक्रमण हजारों का आंकड़ा पार किया।
गया जिले में साल 2021 में कोरोना संक्रमण पर एक नजर
माह-कुल मिले पॉजिटिव
मार्च-84
अप्रैल-15213
मई-6733
जून-195
जुलाई(11 तारीख तक)-06
जिले में अभी एक्टिव केस-11
इस साल कोरोना से कुल मौत-276