गया को मिली 3744 टन यूरिया, फिर भी किल्लत

गया। यूरिया की किल्लत के कारण किसानों को काफी परेशानी हो रही है। यूरिया की खरीदारी करने के लिए किसान सुबह से शाम तक लंबी लाइन में खड़े रहते हैं। उसके बाद भी किसानों को पर्याप्त मात्रा में यूरिया नहीं मिल रही है जिसके कारण धान की फसल बर्बाद हो रही है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 05 Sep 2021 10:58 PM (IST) Updated:Sun, 05 Sep 2021 10:58 PM (IST)
गया को मिली 3744 टन यूरिया, फिर भी किल्लत
गया को मिली 3744 टन यूरिया, फिर भी किल्लत

गया। यूरिया की किल्लत के कारण किसानों को काफी परेशानी हो रही है। यूरिया की खरीदारी करने के लिए किसान सुबह से शाम तक लंबी लाइन में खड़े रहते हैं। उसके बाद भी किसानों को पर्याप्त मात्रा में यूरिया नहीं मिल रही है जिसके कारण धान की फसल बर्बाद हो रही है। दो दिनों में 3744 टन यूरिया जिला को मिली है। इसके बाद भी किल्लत बनी हुई है क्योंकि फर्टिलाइजर कंपनियों द्वारा पिछले महीने जरूरत से काफी कम यूरिया उपलब्ध कराई गई थी। पिछले महीने 10 हजार 420 टन यूरिया की जरूरत थी लेकिन फर्टिलाइजर कंपनियों द्वारा मात्रा दो हजार टन यूरिया ही उपलब्ध कराई गई थी। वहीं सितंबर में जिले में यूरिया की जरूरत 9612 टन की है जिसमें अभी तक 3744 टन यूरिया उपलब्ध है। चार सितंबर को यूरिया फर्टिलाइजर कंपनियों द्वारा 2126 टन उपलब्ध कराई गई थी। वहीं 1618 टन यूरिया की रैक है, जो सोमवार को उपलब्ध करा दी जाएगी। किसानों पर अतिरिक्त बोझ

यूरिया की खरीदारी करने के लिए सबसे भीड़ शहर के किरानी घाट स्थित उर्वरक दुकानों में देखी जा रही है। यही हाल वजीरगंज, इमामगंज, शेरघाटी, टिकारी, खिजरसराय, टेउसा, टेटूआ, मानपुर, बेलागंज सहित कई स्थानों पर है। जहां किसानों को लाइन में लगकर यूरिया का खरीदारी करना पड़ रहा है। किसानों को यूरिया के साथ डीएपी खाद भी दी जा रही है। इससे किसानों पर अतिरिक्त बोझ पड़ रहा है। यूरिया नहीं डालने से धान की फसल हो रही खराब

धान की फसल में यूरिया नहीं डाले जाने से फसल खराब हो रही है। किसान सुशील कुमार, विजय कुमार, पवन कुमार एवं संजय कुमार मेहता ने कहा कि इस समय धान की फसल में यूरिया डालना बहुत जरूरी है। यूरिया का छिड़काव नहीं करने से फसल खराब हो रही है। उन्होंने कहा कि पूरे दिन लाइन में खड़ा रहने के बाद एक बोरी यूरिया मिलती है जो जरूरत से काफी कम है। इस महीने लगातार यूरिया प्राप्त हो रही है। दो दिनों में 3744 टन यूरिया प्राप्त हो गई है। 15 सितंबर तक यूरिया की किल्लत जिले में समाप्त हो जाएगी। सामान्य तरीके से किसानों को यूरिया मिलने लगेगी।

सुदामा महतो, जिला कृषि पदाधिकारी

chat bot
आपका साथी