वातावरण को शुद्ध कर रहा Bio Diversity Park, यहां मिलेंगे ऐसे पौधे जिन्‍हें देखने का नहीं मिला होगा मौका

डोभी और उसके आस-पास के वातावरण को शुध्द करने में डोभी के जैव विविधता पार्क का भी अहम रॉल है। 63.85 एकड़ में बनाया गया डोभी के पिपरघट्टी के पास वन विभाग के बेकार पड़ी जमीन पर वन एवं पर्यावरण विभाग ने वर्ष 2016 में पार्क का निर्माण करवा दिया।

By Prashant KumarEdited By: Publish:Sat, 05 Jun 2021 02:56 PM (IST) Updated:Sat, 05 Jun 2021 02:56 PM (IST)
वातावरण को शुद्ध कर रहा Bio Diversity Park, यहां मिलेंगे ऐसे पौधे जिन्‍हें देखने का नहीं मिला होगा मौका
गया के जैव विविधता पार्क का प्रवेश द्वार। जागरण।

संवाद सूत्र, डोभी (गया)। डोभी और उसके आस-पास के वातावरण को शुध्द करने में डोभी के जैव विविधता पार्क का भी अहम रॉल है। 63.85 एकड़ में बनाया गया डोभी के पिपरघट्टी के पास वन विभाग के बेकार पड़ी जमीन पर वन एवं पर्यावरण विभाग ने वर्ष 2016 में पार्क का निर्माण करवा दिया। बिहार का पहला जैव विविधता पार्क का निर्माण यहां किया गया, जहां विलुप्त हो रहे पौधे का संरक्षित करने का सुरक्षित स्थल बन गया।

आज यह पार्क में लोग अपने मन और दिमाग को तंदुरुस्ती के लिए आते है। सुबह से शाम तक यहाँ भीड़ जमी रहती है। लगभग दो सौ से भी ज्यादा किस्म के पौधे को संरक्षित किया गया है। इसमें अभी 21 किस्म के फूलदार पौधा, 48 किश्म के औषधीय पौधा, 19 किश्म के फलदार पौधा, 15 किश्म के फाइकस पौधा, 50 किश्म के पाम के पौधा, 11 किश्म के बांस के पौधे और लगभग 90 अन्य किश्म के पौधे को लगाया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य वातारवरण को शुध्द करना, और विलुप्त हो रहे पौधे का संरक्षण करना है।

पार्क को विभिन्न प्रकार के 30 एरिया में बांटा गया है। सूबे के पहला जैव विविधता पार्क होने का खिताब अपने नाम करने वाला पिपरघट्टी स्थित पार्क में जल संचय का भी उपाय किया गया है। प्रदूषण से पूरी तरह मुक्त इस पार्क को रखा गया है। पार्क के अंदर की बिजली सप्लाई सोलर के द्वारा किया जाता है। इसी सोलर के माध्यम से पार्क में पौधे के पटवन के लिए बिजली का उपयोग किया जाता है। गया जिला मुख्यालय से 35 किलोमीटर की दूरी पर अवस्थित इस पार्क में लोग शुध्द हवा और शुध्द वातावरण के लिए पहुंचते है।

वातावरण को शुद्ध रखने के लिए पार्क है नो प्लास्टिक ज़ोन

जैव विविधता पार्क को विभाग ने नो प्लास्टिक ज़ोन बना रखा है। इसके अंदर प्लास्टिक का कोई सामान ले जाना गैर कानूनी है। वातावरण को शुध्द और बेहतर रखने के लिए विभाग ने प्रारम्भ में ही इस पार्क को नो प्लास्टिक जोन घोषित कर रखा है। वाटर बोतल के लिए भी कई जगह पर बन्द डस्ट पिन रखा गया है जिससे कि वाटर बोतल को सैलानी इधर-उधर न फेंक सकें।

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