Gaya: अनुग्रह मेमोरियल कालेज के साइनबोर्ड पर उर्दू में नाम हटाए जाने के विरोध में आइसा ने फूंका पुतला

अनुग्रह मेमोरियल कालेज के साइनबोर्ड से उर्दू में लिखे कालेज का नाम हटाने का छात्र संगठन आइसा ने जमकर विरोध किया और इसके खिलाफ प्रदर्शन करते हुए कालेज के प्राचार्य शैलेश श्रीवास्तव का पुतला दहन किया। कॉलेज प्राचार्य का पुतला फूंका गया।

By Prashant KumarEdited By: Publish:Mon, 06 Sep 2021 04:46 PM (IST) Updated:Mon, 06 Sep 2021 04:46 PM (IST)
Gaya: अनुग्रह मेमोरियल कालेज के साइनबोर्ड पर उर्दू में नाम हटाए जाने के विरोध में आइसा ने फूंका पुतला
विरोध में प्राचार्य का प्रदर्शन करते आइसा के छात्र। जागरण।

जागरण संवाददाता, गया। अनुग्रह मेमोरियल कालेज के साइनबोर्ड से उर्दू में लिखे कालेज का नाम हटाने का छात्र संगठन आइसा ने जमकर विरोध किया और इसके खिलाफ प्रदर्शन करते हुए कालेज के प्राचार्य शैलेश श्रीवास्तव का पुतला दहन किया। आइसा नेता दर्जनों छात्रों और कार्यकर्ताओं के साथ नारेबाजी करते हुए कॉलेज गेट के पास पहुंचे जहां कॉलेज प्राचार्य का पुतला फूंका गया। जिसके बाद आइसा के प्रतिनिधिमंडल ने प्राचार्य से बात की। आइसा ने प्राचार्य को दो दिन का समय देते हुए इसे अविलंब दुरुस्त करने की बात रखी। आइसा के पूर्व राज्य उपाध्यक्ष तारिक अनवर ने कहा कि उर्दू में लिखे नाम को हटाकर कालेज प्रशासन ने अपनी संकीर्ण सांप्रदायिक सोच को सामने लाया है। शैक्षणिक संस्थानों में ऐसे विभाजनकारी प्राचार्य के लिए कोई जगह नहीं है। अविलंब साइनबोर्ड पर फिर से उर्दू में नाम लिखकर पहले वाली स्थिति बहाल की जाए।

प्रिंसिपल की बर्खास्तगी और उर्दू में फिर से नाम लिखने की उठाई मांग वार्ता के दौरान टालमटोल और अपनी जिम्मेदारी से बचते रहे कालेज प्राचार्य

वहीं, मविवि छात्र संघ प्रतिनिधि और आइसा नेता कुणाल किशोर ने कहा कि कालेज के नए प्रिंसिपल संघ के इशारे पर काम कर शैक्षणिक माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं, जिसका हर हाल में विरोध होगा। उन्होंने कुलपति और मुख्यमंत्री से तत्काल प्राचार्य की बर्खास्तगी की मांग की। अगर हमारी मांग जल्द नहीं मांगी गई, हम और बड़ा आंदोलन करेंगे।

सभा को दीपक दांगी, मो. फ़ैयाज़, शेरजहां, विकास यादव, ज़ामिन हसन ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में मोकिम, सुकेंद्र यादव, अभिषेक, आबिद रजा, सोनू, साबिर, फैजान, रंजीत यासिर, रिज़वान, अनस, अरशद, फरहान, रंजन सहित दर्जनों छात्र शामिल थे। गौरतलब है कि साइनबोर्ड पर कालेज का नाम हिंदी और उर्दू में लिखा हुआ था। मगर वर्तमान में सिर्फ हिंदी वाला नाम मौजूद है और उर्दू वाले नाम को हटा दिया गया है। वर्तमान प्राचार्य शैलेश श्रीवास्तव को आए अभी एक महीना ही हुआ है।

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