Good News: अप्रैल से सासाराम शहर में पाइपलाइन से पहुंचेगी गैस, जानिए कितना घट जाएगा आपकी रसोई का खर्चा

रोहतास जिले के सासाराम शहर में गैस पाइपलाइन तेजी से बिछाई जा रही है। आइओसीएल की एजेंसी रेकॉन इस कार्य में लगी है। घरों में आपूर्ति होने वाला गैस पीएनजी होगा। यह एलपीजी से सस्‍ता होगा। सिलेंडर के चक्‍कर से लोगों को मुक्ति मिल जाएगी।

By Vyas ChandraEdited By: Publish:Sun, 31 Jan 2021 10:38 AM (IST) Updated:Sun, 31 Jan 2021 10:38 AM (IST)
Good News: अप्रैल से सासाराम शहर में पाइपलाइन से पहुंचेगी गैस, जानिए कितना घट जाएगा आपकी रसोई का खर्चा
सासाराम नगर परिषद क्षेत्र में बिछाई जा रही पाइप। जागरण

जागरण संवाददाता, सासाराम (रोहतास)। अप्रैल से सासाराम नगर परिषद क्षेत्र के घरों की रसोई तक पाइपलाइन से गैस पहुंचेगी। सरकार के निर्देश पर इंडियन आयल कारपोरेशन लिमिटेड (Indian Oil Corporation Limited) ने शहर की गलियों में सप्लाई पाइप लाइन बिछाने का कार्य युद्ध स्तर पर शुरू कर दिया है। इसके लिए आइओसीएल की सहयोगी कंपनी रिकॉन के कर्मी घर-घर संपर्क कर लोगों को रजिस्ट्रेशन व इससे होने वाले फायदों को बता रहे हैं। कंपनी के अधिकारियों ने शहर को जल्द से जल्द पीएनजी नेटवर्क से जोड़ने को कहा है।

एक टीम जीटी रोड के उत्‍तरी व दूसरी टीम दक्षिणी क्षेत्र में कर रही काम

रिकॉन के अनमोल पांडे ने बताया कि कुछ चिह्नित क्षेत्रों में पाइपलाइन बिछा दी गई है। घरों में भी पीएनजी की फिटिंग की जा रही है। बताया कि मार्च तक इस प्रक्रिया को पूरा कर लिया जाएगा, जिससे शहर के लोगों को जल्द ही पाइप लाइन से गैस की आपूर्ति होने का सपना साकार होने वाला है। सर्वे के बाद गैस पाइप बिछाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। इसके लिए शहर में दो टीम युद्ध स्तर पर कार्य कर रही हैं। एक पुरानी जीटी रोड से उत्तरी क्षेत्र व दूसरी को दक्षिणी क्षेत्र का जिम्मा दिया गया है।

किचन में जगह तो बचेगी ही, प्रति किलो 30 रुपये से भी कम होगी कीमत

आईओसीएल के अनुसार पीएनजी सस्ता सरल व सुरक्षित है। इससे संपर्क रहित 24 घंटे गैस की निरंतर आपूर्ति होगी साथ ही किचन की जगह और पैसे दोनों बचाए जा सकेंगे। दो महीने पर गैस का बिल आएगा और प्रति किलो मूल्य 30 रुपए से भी कम होगा। इसके अलावा जितनी खपत होगी, उतने का ही पैसा देना होगा। बताया कि पीएनजी सिलेंडर से सस्ती व सुविधाजनक है। साथ ही बुकिंग की झंझट, सिलेंडर बदलने व रखने की परेशानी तथा डिलीवरी मैन के इंतजार से भी मुक्ति मिल जाएगी।

एलपीजी से 40 फीसद जबकि पेट्रोल डीजल से 60 फीसद होगा सस्‍ता

बताते चलें कि प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा के नाम से शुरू इस महत्वाकांक्षी परियोजना का शुभारंभ लगभग दो वर्ष पूर्व 22 नवंबर 2018 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। पीएम ने वाराणसी व गया के बीच के क्षेत्र को सीएनजी कॉरिडोर के रूप में विकसित करने की भी बात कही थी। आइओसीएल के अधिकारियों की माने तो पाइप लाइन से प्राकृतिक गैस की आपूर्ति होगी, जो एलपीजी गैस से 40 फीसद तथा पेट्रोल व डीजल से 60 फीसद सस्ता होगा। भूमि के अंदर से निकलने वाले नेचुरल गैस में आग लगने का खतरा भी एलपीजी से कम है।

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