बालश्रम में लगे चार बच्चों को कराया गया मुक्त

शेरघाटी शेरघाटी थाने के समीप गुप्ता फैमिली रेस्टोरेंट शेरघाटी से शुक्रवार को बालश्रम में लगे चार बच्चों को धावादल एवं सेंटर डायरेक्ट स्वयं सेवी संस्था के सहयोग से मुक्त कराया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 02 Jul 2021 05:36 PM (IST) Updated:Fri, 02 Jul 2021 05:36 PM (IST)
बालश्रम में लगे चार बच्चों को कराया गया मुक्त
बालश्रम में लगे चार बच्चों को कराया गया मुक्त

शेरघाटी : शेरघाटी थाने के समीप गुप्ता फैमिली रेस्टोरेंट शेरघाटी से शुक्रवार को बालश्रम में लगे चार बच्चों को धावादल एवं सेंटर डायरेक्ट स्वयं सेवी संस्था के सहयोग से मुक्त कराया गया है। सभी बच्चे इस होटल में प्लेट साफ करने का काम कर रहे थे। बच्चों की उम्र 8 से 10 वर्ष के लगभग है। कोविड की दूसरी लहर के बाद लगातार जिले से दलालों द्वारा छोटे छोटे बच्चे को बसों के माध्यम से अन्य प्रदेशों में ले जाने की शिकायत मिल रही थी। जिसे लेकर जिलाधिकारी गया द्वारा 19 जून को पत्रांक संख्या 366 के माध्यम से सभी प्रखण्ड के पदाधिकारियों एवं थानों को निर्देश दिया गया कि बालश्रम की घटना को रोकने के लिए आवश्यक कार्रवाई किया जाय तथा बालश्रम में लिप्त बच्चों को मुक्त कराया जाय। जिसके आलोक में संस्था एवं पुलिस की मदद से 5 जून को कुल 17 बच्चे मुक्त कराये गए थे।

श्रम अधीक्षक चंदन कुमार व संस्था के दीनानाथ मौर्य ने बताया कि मानव व्यापार निरोधक इकाई एवं श्रम विभाग गया के संयुक्त सहयोग से धावा दल का गठन कर की गई कार्रवाई में तीन बच्चे चतरा थाना के एवं एक बच्चा गुरुआ थाना काम मुक्त कराया गया है। बच्चों से बात करने पर पता चला कि इनसे सुबह 7 बजे से शाम 8 बजे तक होटल में काम लिया जाता है। उसके बाद मालिक के घर पर मिठाई बनाने एवं बर्तन साफ करने का काम लिया जाता है। मजदूरी के नाम पर महीने में दो हजार रुपए देने की बात किया गया था। लेकिन अभी तक कोई पैसा नहीं दिया गया है।

मुक्त कराये गए सभी बच्चों का कोविड टेस्ट करा कर बाल कल्याण समिति गया को सौंप दिया गया तथा गुप्ता फॅमिली रेस्टोरेन्ट के मालिक विकास कुमार के विरुद्ध शेरघाटी थाने में श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी द्वारा प्राथमिकी दर्ज करा कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। धावा दल में श्रम अधीक्षक चन्दन कुमार के साथ श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी पंकज कुमार, प्रदीप कुमार, संदीप कुमार के साथ सेंटर डायरेक्ट के प्रतिनिधि एवं चाइल्ड लाइन के कार्यकर्ता के साथ पुलिस प्रशासन उपस्थित रहे।

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